राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली औपचारिक बैठक बुधवार को शाम 5 बजे दिल्ली में होगी. इसमें शामिल होने के लिए अयोध्या के तीनों ट्रस्टी महंत दिनेद्र दास, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र और डॉ. अनिल मिश्र दिल्ली आ गए है. शंकराचार्य बासुदेवानन्द जी सरस्वती मंगलवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे.
महंत नृत्यगोपाल दास और विहिप नेता चंपत राय को भी ट्रस्ट की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. खबर है कि बैठक के दौरान नृत्य गोपाल और विहिप नेता चंपत राय को ट्रस्ट में शामिल करने का प्रस्ताव पेश किया जा सकता है.
सुत्रों के मुताबिक राम मंदिर का निर्माण 2 अप्रैल (रामनवमी के दिन) या फिर 26 अप्रैल (अक्षय तृतीया) के दिन शुरू किया जा सकता है. हालांकि इस मामले में अंतिम फैसला ट्रस्ट की पहली बैठक में लिया जाएगा.
सरकार ने मंदिर के लिए जिस 67 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था वह पूरी तरह से राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दी जाएगी. राम मंदिर के निर्माण के बाद इस जमीन की दिव्यता और भव्यता और बढ़ जाएगी. वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका ऐलान करते हुए कहा था कि हाल में बने राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट को यह जमीन जल्द ही सौंप दी जाएगी ताकि राम जन्मस्थल पर भव्य मंदिर बन सके.
केंद्र ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 67 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था. इसे पहले विवादित जगह कहा गया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जब तक अयोध्या विवाद का हल नहीं हो जाता तब तक यह जमीन केंद्र सरकार के पास ही रहेगी.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान कर दिया था. ट्रस्ट की घोषणा के बाद ट्रस्टियों के नाम भी घोषित कर दिए गए थे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे, जिसमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा.