आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो.
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- कलियुगाब्द…..5122
- विक्रम संवत्….2077
- शक संवत्…….1942
- रवि……..दक्षिणायन
- मास……….भाद्रपद
- पक्ष…………कृष्ण
- तिथी………त्रयोदशी
दोप 12.31 पर्यंत पश्चात चतुर्दशी
- सूर्योदय..प्रातः 06.04.43 पर
- सूर्यास्त..संध्या 06.57.57 पर
- सूर्य राशि……..सिंह
- चन्द्र राशि……..कर्क
- गुरु राशि……….धनु
- नक्षत्र………..पुनर्वसु
प्रातः 06.41 पर्यंत पश्चात अश्लेषा
- योग……….व्यतिपात
रात्रि 03.23 पर्यंत पश्चात वरिघ
- करण…………वणिज
दोप 12.31 पर्यंत पश्चात विष्टि
- ऋतु………………वर्षा
- दिन……………सोमवार
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★★ आंग्ल मतानुसार :-
17 अगस्त सन 2020 ईस्वी .
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★★ तिथि विशेष :-
मासिक शिवरात्रि .
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★★ अभिजीत मुहूर्त :-
प्रातः 12.05 से 12.56 तक .
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★★ राहुकाल :-
प्रात: 07.43 से 09.19 तक .
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★★ दिशाशूल :-
पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें .
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★ शुभ अंक……….1
★ शुभ रंग………सफ़ेद
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★★ चौघडिया :-
प्रात: 06.07 से 07.42 तक अमृत
प्रात: 09.18 से 10.54 तक शुभ
दोप. 02.05 से 03.41 तक चंचल
अप. 03.41 से 05.16 तक लाभ
सायं 05.16 से 06.52 तक अमृत
सायं 06.52 से 08.16 तक चंचल .
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★★ आज का मंत्र :-
.. ॐ विजयस्थिराय नम: ..
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★★ सुभाषितानि :-
अनन्तानीह दुःखानि सुखं तृणलवोपमम् .
नातः सुखेषु बध्नीयात् दृष्टिं दुःखानुबन्धिषु ॥
◆ अर्थात :- इस जगत में दुःख अनंत है और सुख तो तृण की तरह अल्प ! इसलिए जिसमें सुख के पीछे दुःख आता है वैसे सुखमें इन्सान ने आसक्ति नहीं रखनी चाहिए .
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★★ आरोग्यं :-
◆◆ कडवी तोराई के औषधीय उपयोग :-
◆ 01. वमन कराना :– एक फल को रात्रि को एक सेर जल में डाले, उसमे से 4 तोले जल सुबह पिलाने पर वमन विरेचन होकर उदार शुद्धि हो जाती है .
◆ 02. अर्श के रोग में :- कडवी तोराई के मूल को जल या तोरई के पानो के रस में घिसकर मस्से पर लेप करने से मस्से गिर जाते है.
◆ 03. चर्म रोग में :- सुखी कडवी तोराई में रात्रि में जल भर दे रोज सुबह 5 तोले पिने से समस्त प्रकार के चर्म रोग समाप्त हो जाते है.