आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो
====================
- कलियुगाब्द…….5122
- विक्रम संवत्……2077
- शक संवत्………1942
- मास………भाद्रपद
- पक्ष………..शुक्ल
- तिथी……..अष्टमी
प्रातः 10.42 पर्यंत पश्चात नवमी
- रवि………दक्षिणायन
- सूर्योदय..प्रातः 06.07.51 पर
- सूर्यास्त..संध्या 06.49.25 पर
- सूर्य राशि………सिंह
- चन्द्र राशि……वृश्चिक
- गुरु राशि………..धनु
- नक्षत्र………अनुराधा
दोप 01.01 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
- योग………….वैधृति
संध्या 07.26 पर्यंत पश्चात विष्कुम्भ
- करण……………बव
प्रातः 10.42 पर्यंत पश्चात बालव
- ऋतु…………….वर्षा
- दिन……………बुधवार
====================
★★ आंग्ल मतानुसार :-
26 अगस्त सन 2020 ईस्वी.
====================
★★ तिथी विशेष :-
◆◆ श्री राधा अष्टमी :-
◆ भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण की बाल सहचरी, जगजननी भगवती शक्ति राधाजी का प्राकट्य हुआ. राधा के बिना श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व अपूर्ण है . यदि श्रीकृष्ण के साथ से राधा को हटा दिया जाए तो श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व माधुर्यहीन हो जाता. राधा के ही कारण श्रीकृष्ण रासेश्वर हैं . राधाजी को वृंदावन की अधीश्वरी हैं, यह भी कहा जाता है कि जिसने राधा जी को प्रसन्न कर लिया उसे भगवान कृष्ण भी मिल जाते हैं, इसलिए इस दिन राधा-कृष्ण दोनों की पूजा की जाती है . धर्म ग्रंथों में राधा जी को लक्ष्मी जी का अवतार माना गया है, इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजन भी किया जाता है . राधा अष्टमी का व्रत करने से सभी पापों का नाश होता है . राधा अष्टमी का व्रत महिलाएं रखती हैं, राधा रानी उनको अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं, साथ ही घर परिवार में सुख-समृद्धि और शांति रहती है तथा नि:संतानों को संतान सुख प्राप्त होता है .
====================
★★ राहुकाल :-
दोपहर 12.28 से 02.02 तक.
====================
★★ दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें .
====================
★ शुभ अंक……….8
★ शुभ रंग……….हरा
====================
★★ चौघडिया :-
प्रात: 07.44 से 09.18 तक अमृत
प्रात: 10.53 से 12.27 तक शुभ
दोप 03.36 से 05.10 तक चंचल
सायं 05.10 से 06.44 तक लाभ
रात्रि 08.10 से 09.36 तक शुभ .
====================
★★ आज का मंत्र :-
|| ॐ गौरीसुखावहाय नम: ||
====================
★★ सुभाषितानि :-
परोपदेशकुशलाः दृश्यन्ते बहवो जनाः .
स्वभावमतिवर्तन्तः सहस्रेषु अपि दुर्लभाः ॥
◆ अर्थात :- दूसरों को उपदेश करने में अनेक लोग कुशल होते हैं, पर उसके मुताबिक वर्तन करनेवाले हज़ारों में एखाद भी दुर्लभ होता है.
====================
★★ आरोग्यं :-
◆◆ आलू के कुछ औषधीय गुण :-
◆ 01:- आलू मोटापा नहीं बढ़ाता है .आलू को तलकर,तीखे मसाले,घी आदि लगाकर खाने से मोटापा बढ़ता है . आलू को उबालकर या गर्म रेत अथवा गर्म राख पर भूनकर खाना लाभकारी है .
◆ 02:- चोट लगने पर यदि शरीर में नील पड़ जाए तो उसपर कच्चा आलू पीसकर लगाने से लाभ होता है.
◆ 03:- कच्चे आलू का आधा-आधा कप रस दिन में दो बार पीने से पेट की गैस में आराम मिलता है.
◆ 04:- शरीर के जले हुए भाग पर आलो पीस कर लगाएं. ऐसा करने से जलन ख़त्म होकर आराम आ जाता है.
◆ 05:- चेहरे पर कच्चा आलू रगड़ने से झाँइयों व मुहाँसों आदि के दाग मिटकर चेहरा कान्तियुक्त बनता है.