रांची: आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो.
●कलियुगाब्द……..5121
●विक्रम संवत्……2076
●शक संवत्………1941
●रवि…………उत्तरायण
●मास…………..फाल्गुन
●पक्ष…………..कृष्ण
●तिथी………..नवमी
दोपहर 02.39 पर्यंत पश्चात दशमी
●सूर्योदय..प्रातः 06.58.01 पर
●सूर्यास्त..संध्या 06.24.22 पर
●सूर्य राशि……..कुम्भ
●चन्द्र राशि……वृश्चिक
●नक्षत्र………….ज्येष्ठा
दुसरे दिन प्रातः 05.08 पर्यंत पश्चात मूल
●योग…………..व्याघात
प्रातः 09.58 पर्यंत पश्चात हर्षण
●करण……………गरज
दोप 02.39 पर्यंत पश्चात वणिज
●ऋतु…………..बसंत
●दिन………….सोमवार
आंग्ल मतानुसार :-
17 फरवरी सन 2020 ईस्वी ।
अभिजीत मुहूर्त :-
प्रातः 12.18 से 01.03 तक ।
राहुकाल :-
प्रात: 08.26 से 09.51 तक ।
दिशाशूल :-
पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें.
★ शुभ अंक………8
★ शुभ रंग…….काला
चौघड़िया :-
प्रात: 07.00 से 08.25 तक अमृत
प्रात: 09.50 से 11.15 तक शुभ
दोप. 02.04 से 03.29 तक चंचल
अप. 03.29 से 04.54 तक लाभ
सायं 04.54 से 06.19 तक अमृत
सायं 06.19 से 07.54 तक चंचल ।
आज का मंत्र :-
|| ॐ नागचन्द्रेश्वराय नम: ||
सुभाषितानि :-
यदा किंञ्चिज्ज्ञोऽहं द्विप इव मदान्धः समभवम्
तदा सर्वज्ञोऽस्मीत्यभवदवलिप्तं मम मनः ।
यदा किञ्चित् किञ्चित् बुधजनसकाशादवगतं
तदा मूर्खोऽस्मीति ज्वर इव मदो मे व्यपगतः ॥
अर्थात :- जब मैं थोड़ा जाननेवाला बना, तब हाथी जैसा मदांध हुआ; तब मैं सर्वज्ञ हूं, ऐसा समझकर मेरा मन घमंडी बना. लेकिन, जब ज्ञानी लोगों के संसर्ग से थोड़ा थोड़ा समझने लगा, तब मैं मूर्ख हूं, ऐसा भान हुआ, और मेरा गर्व बुखार की तरह चला गया.
आरोग्यं :-
अरंड के औषधीय अनुप्रयोग :-
◆ 1. स्तनों में गांठ बनना : स्तनों पर अरंड तेल लगाकर एरण्ड के पत्ते बंद देने से से गांठ बिखर जाती है और दूध अधिक उतरता है.
◆ 2. कान में जंतु प्रवेश : पुराने गाढ़े अरंड तेल से कान भर दे और ऊपर से रुई लगा देने से जंतु मर कर निकल जाता है.
◆ 3. नेत्रों में धुल : स्वच्छ वस्त्र से छना हुआ और बीजों को दबाकर निकाला हुआ तेल नेत्र में डालने पर नेत्र में प्रवेश हुए अनु बहार निकल जाते है.