रांची: आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो.
●कलियुगाब्द…..5121
●विक्रम संवत्…2076
●शक संवत्……1941
●मास………….फाल्गुन
●पक्ष……………..कृष्ण
●तिथी…………द्वादशी
दोप 04.02 पर्यंत पश्चात त्रयोदशी
●रवि……….उत्तरायण
●सूर्योदय..प्रातः 06.56.25 पर
●सूर्यास्त..संध्या 06.25.29 पर
●सूर्य राशि…….कुम्भ
●चन्द्र राशि……..धनु
●नक्षत्र……..पूर्वाषाढ़ा
प्रातः 07.20 पर्यंत पश्चात उत्तराषाढ़ा
●योग…………..सिद्धि
प्रातः 07.13 पर्यंत पश्चात व्यतिपात
●करण………….तैतिल
दोपहर 04.02 पर्यंत पश्चात गरज
●ऋतु……………बसंत
●दिन…………….गुरुवार
आंग्ल मतानुसार :-
20 फरवरी सन 2020 ईस्वी।
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 12.17 से 01.03 तक।
राहुकाल :-
दोपहर 02.05 से 03.31 तक।
दिशाशूल :-
दक्षिणदिशा – यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
★ शुभ अंक……….2
★ शुभ रंग………पीला
चौघड़िया :-
प्रात: 11.14 से 12.39 तक चंचल
दोप. 12.39 से 02.05 तक लाभ
सायं 04.55 से 06.21 तक शुभ
सायं 06.21 से 07.55 तक अमृत
रात्रि 07.55 से 09.30 तक चंचल |
आज का मंत्र :-
।। ॐ बलवते नमः ।।
सुभाषितम् :-
मूर्खाः यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसंचितम् ।
दम्पतयोः कलहो नास्ति तत्र श्रीः स्वयमागता ॥
अर्थात :- जहां मूर्ख पूजे नहीं जाते, धन का सम्यक् संग्रह होता है, पति-पत्नी के बीच कलह नहीं होती, वहां लक्ष्मी अपने आप आती है.
आरोग्यं :-
नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिए :-
1. इन्द्रवरणा (बड़ी इन्द्रफला) के फल को काटकर अंदर से बीज निकाल दें. इन्द्रवरणा की फांक को रात्रि में सोते समय लेटकर (उतान) ललाट पर बांध दें. आंख में उसका पानी न जाये, यह सावधानी रखें. इस प्रयोग से नेत्रज्योति बढ़ती है.
2. त्रिफला चूर्ण को रात्रि में पानी में भीगोकर, सुबह छानकर उस पानी से आंखें धोने से नेत्रज्योति बढ़ती है.
3. जलनेति करने से नेत्रज्योति बढ़ती है. इससे आंख, नाक, कान के समस्त रोग मिट जाते हैं.