रांची: आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो.
●कलियुगाब्द…..5121
●विक्रम संवत्…..2076
●शक संवत्……..1941
●मास……फाल्गुन
●पक्ष……….शुक्ल
●तिथी………..षष्ठी
प्रातः 11.14 पर्यंत पश्चात सप्तमी
●रवि………उत्तरायण
●सूर्योदय..प्रातः 06.48.19 पर
●सूर्यास्त..संध्या 06.30.13 पर
●सूर्य राशि…….कुम्भ
●चन्द्र राशि…….मेष
●नक्षत्र……..कृत्तिका
दुसरे दिन प्रातः 08.56 पर्यंत पश्चात रोहिणी
●योग…………….इंद्र
दोप 12.23 पर्यंत पश्चात वैधृति
●करण…………तैतिल
प्रातः 11.14 पर्यंत पश्चात गरज
●ऋतु……………बसंत
●दिन…………..रविवार
आंग्ल मतानुसार :-
01 मार्च सन 2020 ईस्वी ।
★ शुभ अंक……….1
★ शुभ रंग……….नीला
अभिजीत मुहूर्त :-
दोपहर 12.15 से 01.02 तक ।
राहुकाल :-
संध्या 04.59 से 06.26 तक ।
दिशाशूल :-
पश्चिम दिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें.
चौघड़िया :-
प्रात: 08.17 से 09.44 तक चंचल
प्रात: 09.44 से 11.11 तक लाभ
प्रात: 11.11 से 12.38 तक अमृत
दोप. 02.05 से 03.32 तक शुभ
सायं 06.25 से 07.58 तक शुभ
रात्रि 07.58 से 09.31 तक अमृत
रात्रि 09.31 से 11.04 तक चंचल ।
आज का मंत्रः
॥ ॐ रवये नमः ॥
सुभाषितानि :-
वरं दरिद्रः श्रुति शास्त्रपारगः
न चापि मूर्खो बहुरत्नसंयुतः ।
सुलोचना जीर्णपटापि शोभते
न नेत्रहीना कनकैरलंकृता ॥
अर्थात :- कई रत्नों से युक्त मूर्ख मानव से, श्रुति और शास्त्र में पारंगत ऐसा दरिद्री बेहतर है. सुलोचना (स्त्री) फटे हुए वस्त्रों में भी सुंदर लतगी है, पर नेत्रहीन स्त्री सुवर्ण से सजी हो, फिर भी अच्छी नहीं लगती.
आरोग्यं सलाह :-
सौंफ की उपयोगिता:-
1. सौंफ का रस दही के साथ मिलाकर हर रोज 2-3 बार सेवन करने अधिक भूख पर रोक लगती है.
2. सौंफ पीसकर प्रतिदिन सुबह पानी के साथ सेवन से पेट सम्बंधित सभी रोगो के लिए लाभकारी हैं.
3. बदहजमी होने पर सौंफ को उबालकर छान कर गुनगुना ठंडा करके पीने से गैस एवं बदहजमी दूर होती है.
4. सौंफ को पीसकर सिर पर लेप कने से सिर दर्द, गर्मी व चक्कर आना शांत होता है.
5. सौंफ के पत्तों का रस पानी में मिलाकर रोगी को पिलाने से पसीना आने लगता है.