रांची: आज का पंचांग
🇦🇹 गणतंत्र दिवस की बधाई 🇦🇹
●कलियुगाब्द……5121
●विक्रम संवत्….2076
●शक संवत्…….1941
●मास………….माघ
●पक्ष………….शुक्ल
●तिथी……….द्वितीया
दुसरे दिन प्रातः 06.16 पर्यंत पश्चात तृतीया
●रवि………उत्तरायण
●सूर्योदय..प्रातः 07.08.15 पर
●सूर्यास्त..संध्या 06.10.10 पर
●सूर्य राशि……..मकर
●चन्द्र राशि……..मकर
●नक्षत्र……..धनिष्ठा
दुसरे दिन प्रातः 06.39 पर्यंत पश्चात शतभिषा
●योग……..व्यतिपात
रात्रि 02.19 पर्यंत पश्चात वरिघ
●करण………बालव
संध्या 05.23 पर्यन्त पश्चात कौलव
●ऋतु…………शिशिर
●दिन…………..रविवार
आंग्ल मतानुसार :-
26 जनवरी सन 2020 ईस्वी
🇮🇳 पर्व विशेष 🇮🇳
गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है. इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था.
एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था.
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है. फिर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी दिया जाता है.
गणतंत्र दिवस को पूरे देश में विशेष रूप से भारत की राजधानी दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है.
इस अवसर के महत्व को चिह्नित करने के लिए हर साल एक भव्य परेड इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन (राष्ट्रपति के निवास) तक राजपथ पर राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है. इस भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं.
★ शुभ अंक………..8
★ शुभ रंग……….लाल
राहुकाल :-
संध्या 04.44 से 06.06 तक .
दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें.
★★ चौघड़िया :-
प्रात: 08.33 से 09.54 तक चंचल
प्रात: 09.54 से 11.16 तक लाभ
प्रात: 11.16 से 12.38 तक अमृत
दोप. 02.00 से 03.22 तक शुभ
सायं 06.05 से 07.43 तक शुभ
रात्रि 07.43 से 09.21 तक अमृत
रात्रि 09.21 से 11.00 तक चंचल
आज का मंत्रः
॥ ॐ आदित्याय नमः ॥
★★ सुभाषितानि :-
सुखाय दुःखाय च नैव देवाः
न चापि कालः सुह्र्दोडरयो वा ।
भवेत्परं मानसमेव जन्तोः
संसारचक्रभ्रमणैकहेतुः ॥
● अर्थात :- देव सुख या दुःख नहीं देते, काल भी मित्र या शत्रु नहीं है, लेकिन मानव का मन हि संसारचक्र में भ्रमण कराने का कारण है .
आरोग्यं सलाह :-
◆◆ तैलीय बालों की समस्या से निजात :-
◆ 01. बालों से अतिरिक्त नमी हटाने के लिए आप बेसन और दही मिलाकर सिर की त्वचा पर लगा सकते हैं. इससे सिर की त्वचा पर थोड़ी देर मालिश करने के बाद साफ पानी से धो लें.
◆ 02. गुलाबजल को रूई की सहायता से बालों की जड़ों में लगाएं, इससे अतिरिक्त तैलीयता कम होगी. इसके अलावा 3 चम्मच बेसन, 2 चम्मच आंवला पाउडर, एक चम्मच सफेद सिरका और कुछ स्ट्रॉबेरी को पीस कर एक साथ बालों में अच्छी तरह से लगाएं, और कम से कम आधा घंटा रखने बाद धो लें.