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महेंद्र सिंह धोनी का ट्रैफिक चालान काट कर चर्चित हुए थे कार्तिक एस
हजारीबाग: हजारीबाग के नए एसपी बने कार्तिक एस ने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस जैसी महामारी से लोगों को बचाना, मानवता के हित में काम करना बड़ी चुनौती है. इसे अमल में लाते हुए लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाना हमारी पहली प्राथमिकता होगी.
इसके अलावा क्राइम कंट्रोल, नक्सल उन्मूलन पर भी हमारा प्रयास होगा. एसपी कार्तिक एस सरायकेला खरसावां से स्थानांतरित होकर हजारीबाग आ रहे हैं. वे 2010 बैच के आईपीएस हैं. उन्होंने हजारीबाग (बड़कागांव थाना) में ही आईपीएस का प्रशिक्षण लिया था.
प्रशिक्षण के बाद घाटशिला एसडीपीओ, जमशेदपुर सिटी एसपी, रांची ट्रैफिक एसपी, लोहरदगा, बोकारो के बाद वर्तमान में सरायकेला-खरसावां एसपी के बाद हजारीबाग में पदस्थापित हुए हैं.
हजारीबाग के भौगोलिक आपराधिक और नक्सल से संबंधित हालात से वे रूबरू हैं. इसके कारण हजारीबाग में अपराध, नक्सलवाद और बालू-कोयला तस्करी के विरुद्ध कार्रवाई में हजारीबाग को समझने की जरूरत उन्हें नहीं पड़ेगी.वे जमशेदपुर के सिटी एसपी, लोहरदगा एसपी, बोकारो एसपी रहे हैं.
महेंद्र सिंह धोनी का ट्रैफिक चालान काट कर चर्चित हुए थे कार्तिक एस
रांची ट्रैफिक एसपी रहने के दौरान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी पर ट्रैफिक नियम तोड़ने के चलते 450 रुपए का जुर्माना भी लगाया था. आठ अप्रैल 2015 को धोनी अपनी विंटेज बुलेट बीएसए गोल्ड स्टार पर रांची की सड़कों पर निकले थे. उनका नंबर प्लेट सही जगह पर नहीं होकर मडगार्ड पर लिखा हुआ था. इसी के चलते उनका चालान काटा गया था.
वर्तमान में सरायकेला खरसावां एसपी हैं. जहां से स्थानांतरित होकर हजारीबाग आ रहे हैं. विदित हो कि तत्कालीन एसपी म्यूर कन्हैया लाल पटेल और नव पदस्थापित एसपी कार्तिक एस दोनों ही बड़कागांव में प्रशिक्षण के दौरान बतौर थानाप्रभारी रह चुके हैं और अब दोनों हजारीबाग जिले के कमान भी मिला है.
बीटेक के बाद बने आईपीएस, बॉलीबाल, तैराकी और शतरंज खेलना है पसंद
तमिलनाडु के मूल निवासी कार्तिक एस बीटेक करने के बाद 2010 में संघ लोक सेवा के पहले प्रयास में सफलता प्राप्त करने के बाद झारखंड कैडर में सेवा मिला.
बॉलीबॉल, तैराकी और शतरंज के के शौकीन कार्तिक एस बॉलीबॉल खेल के प्रति इनकी इनकी शौक के कारण इन्होंने बड़कागांव में पब्लिक-पुलिस बॉलीबॉल प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया था.