दिल्ली: दिल्ली NCR में इंटरनेट सर्विस बंद किए जाने से करीब 5 करोड़ यूजर्स प्रभावित हुए हैं. गृह मंत्रालय ने राजधानी के कई हिस्सों में इंटरनेट पर रोक लगा दी है. इसके बाद से कई घंटे तक इंटरनेट यूजर्स परेशान रहे. किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए हंगामे के बाद, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने एनसीटी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के सिंघु, गाजीपुर, टिकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और उनके आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है.
हालांकि गृह मंत्रालय ने इंटरनेट सेवाओं – मोबाइल या होम ब्रॉडबैंड – के बारे में विशेष प्रकार से कुछ भी निर्दिष्ट नहीं किया है, लेकिन शहर के एक बड़े हिस्से में उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट का उपयोग करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले अक्टूबर तक, दिल्ली में करीब 52.72 मिलियन (5.2 करोड़) मोबाइल यूजर्स हैं. इसके अलावा दिल्ली में एक बड़ी संख्या वायरलाइन ब्रॉडबैंड यूजर्स की भी है जो मोबाइल उपयोगकर्ताओं के अतिरिक्त है.
हालांकि गृह मंत्रालय ने केवल इंटरनेट सर्विस पर रोक लगाई है. लेकिन Jio जैसे ऑपरेटरों के टेलीकॉम नेटवर्क पूरी तरह से आईपी आधारित हैं जिसमें डेटा या वॉयस कॉल – सभी डेटा के रूप में नेटवर्क के माध्यम से फ्लो करता है. दिल्ली में 5.2 करोड़ इंटरनेट यूजर्स में से अकेले रिलायंस जियो के ही 1.88 करोड़ ग्राहक हैं. ऐसे में यदि इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाती हैं, तो इसका अनिवार्य रूप से मतलब है कि Jio के नेटवर्क से फ्लो होने वाला डेटा भी अवरुद्ध होगा, इसका परिणाम रिलायंस जियो जैसे नेटवर्क की सभी सर्विसेज पर पड़ेगा, वह चाहे इंटरनेट हो चाहे वॉयस कॉल हो. यही कारण है कि जहां-जहां इंटरनेट प्रभावित हुआ है वहां मोबाइल उपयोगकर्ताओं को वॉयस कॉल करने में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
दूरसंचार कंपनियों ने भी शहर के अधिकांश हिस्सों में अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि उनके क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं को अगली सूचना तक रोक दिया गया है. गृह मंत्रालय का आदेश 26 जनवरी की रात 23:59 बजे तक ही प्रभावी था, लेकिन अभी भी स्थिति अनिश्चित बनी हुई है, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि राजधानी में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन आदेश का विस्तार किया जा सकता है.