रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने 23 दिसंबर को मतगणना में पूर्ण पारदर्शिता और सरकारी प्रभाव से मुक्त करने की मांग की है.
झामुमो की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे गये ज्ञापन में मांग की गयी है कि चुनाव आयोग द्वारा निविदा के तहत नियुक्त ईवीएम इंजीनियरिंगों और तकनिशियनों पर कड़ी नजर रखी जाए.
ईवीएम में खराबी होने की सूचना या स्थिति पर उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी द्वारा राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ ईवीएम एवं तकनीशियनों को ईवीएम के लिए सुरक्षित कक्षों में जाने की अनुमति प्रदान की जाए.
पार्टी की ओर से यह भी मांग की गयी है कि ईवीएम इंजीनियरों व तकनीकी विशेषज्ञों तथा मतगणना में प्रतिनियुक्ति अधिकारी एवं कर्मचारियों की पहचान सुस्पष्ट तरीके से की जाए और उनके परिचय के संबंध में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी सूचिति कया जाए.
साथ ही उनके पास किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, वाई-फाई, मोबाईल, लैपटॉप, कार्ड रिडर, पेन ड्राइव एवं अन्य किसी भी प्रकार का कनेक्टर कार्ड पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगायी जाए.
साथ ही ईवीएम इंजीनियरों व तकनीशियों के बैठने के लिए चिह्नित स्थान या कक्ष में राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों को भी सम्मिलित करने की व्यवस्था हो.
ताकि संबिदा पर बहा गैर सरकारी व्यक्तियों के हर पल के आपसी संवाद, व्यवहार एवं कार्यशैली पर नजर रखी जाए. झामुमो ने प्रत्येक चक्र की गणना समाप्त होने पर उसकी सार्वजनिक सूचना ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से प्रेषित करने और आगामी चक्रों की गणना का कार्य प्रारंभ करने की भी मांग की है.