रांची: रांची के साथ संजय सेठ ने विश्व आदिवासी दिवस पर बधाई दी है. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि आदिवासी समाज की अपनी एक बहुत अच्छी परंपरा है जो सभी से भिन्न है इनका लगाव प्रकृति से ज्यादा होता है. आदिवासी प्राकृतिक पूजक होते हैं. वह प्रकृति में पाए जाने वाले सभी जीव, जंतु, पर्वत, नदियां, खेत, इन सभी की पूजा करते हैं और उनका मानना होता है कि प्रकृति की हर एक वस्तु में जीवन होता है.
आदिवासी समुदाय की जीवन शैली में प्राकृतिक आस्था प्रेम और सम्मान होता है. जल ,जंगल, जमीन ,से इनका गहरा नाता है इनका एक गौरवशाली इतिहास रहा है चाहे वह अंग्रेजों से लोहा लेने की हो या अपने संस्कृति की रक्षा करना.