रांची: झारखंड विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सभा में विगत सत्र से अब तक के अंतराल में निधन होने वाले कई राजनेताओं, साहित्यकारों, लेखक, अभिनेता, विद्वान और जवान समेत अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी.
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने इन सभी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रथम लोकसभा के सदस्य रहे महाराजा कमल सिंह का निधन 5 जनवरी को हो गया. वे एकीकृत बिहार शाहाबाद उत्तरी क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्दलीय निर्वाचित हुए थे.
जबकि राकांपा के पूर्व सांसद और राजनीतिशास्त्र के प्राध्यापक देवी प्रसाद त्रिपाठी का निधन 2 जनवरी हो गया. सासाराम से तीन बार लोकसभा के लिए निर्वाचित तथा केंद्रीय मंत्री रहे मुन्नीलाल का निधन 23 दिसंबर 2019 को पटना में हो गयी. मध्यप्रदेश के पहले गैर कांग्रेस मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का देहांत 24नवंबर 2019 को हो गया. तीन बार राज्यसभा और दो बार लोकसभा सदस्य रहे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता गुरूदास दासगुप्ता का निधन 31 अक्टूबर को हुआ, कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल तथा भाप्रसे के पूर्व अधिकारी टीएन चतुर्वेदी का निधन भी हो गया.
खिजरी विधानसभा सीट से दो बार कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कर चुके सावना लकड़ा का निधन 14 अक्टूबर को हो गया, महान गणितज्ञ वषिष्ट नारायण सिंह का निधन 77साल की उम्र में 14नवंबर को हुआ. विधानसभा अध्यक्ष ने बाल कहानियों की लेखिका शमीमा आलम, फिल्म अभिनेता श्रीराम लागू, स्वतंत्रता सेनानी विष्वनाथ पांडेय, हिन्दी के कथाकार स्वयंप्रकाश, पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए झारखंड के जवानों के निधन और बासुकिनाथ मंदिर में करंट लगने से पुजारी की मौत और अन्य घटनाओं में मारे गये लोगों के निधन पर शोक जताया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा के सीपी सिंह, कांग्रेस के आलमगीर आलम, झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव, आजसू पार्टी के सुदेश महतो, भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह, राजद के सत्यानंद भोक्ता, राकांपा के कमलेश कुमार सिंह और निर्दलीय सरयू राय ने भी इन सभी के निधन पर शोक जताया. जिसके बाद सभा में दो मिनट का मौन रखने पर सभा की कार्यवाही को बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.