रांची : विकास भारती बिशुनपुर के द्वारा बरियातु कार्यालय परिसर में हूल दिवस के अवसर पर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव तथा फूलो-झानो की प्रतिमा पर पद्मश्री डॉ अशोक भगत के द्वारा माल्यार्पण किया गया. उन्होंने कहा कि जनजाति समाज में नेतृत्व की कमी कभी नहीं रही है. इतिहास में जब भी कुछ गलत हुआ है तो जनजाति समाज ने आगे बढ़कर इसका प्रतिकार किया है तथा समाज को एक साथ मिलाकर चलने का काम किया है.
ट्राईबल स्टडी सेन्टर के निदेशक डॉ प्रदीप मुंडा ने कहा कि सिद्धो-कान्हू के हूल आन्दोलन से समाज और राष्ट्र के अपनत्व की प्रेरणा मिलती है. लोगों को सबक लेने की आवश्यकता है और उनके लिए एक सम्मान भाव के साथ खड़े होकर सम्मान की रक्षा करनी होगी. इस सभा में विकास भारती बिशुनपुर के सभी कार्यकर्त्ता उपस्थित थे. बंधन मुण्डा, सुनील तिग्गा, सम्राटसेन गुप्ता, सीताराम महतो, जीवनन्दन महतो के साथ-साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्त्ताओं ने दो मिनट का मौन व्रत रखकर श्रद्धासुमन अर्पित किया.