दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन आज बड़ा ऐलान किया है. संगठन ने ऐलान किया है कि गणतंत्र दिवस पर किसी नेता को वह तिरंगा झंडा फहराने नहीं देंगे. संगठन के युवा हरियाणा अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि किसान भिवानी में बिजली मंत्री रणजीत चौटाला का विरोध करेंगे. बिजली मंत्री अगर भिवानी आए तो जिले को चारों तरफ से सील करेंगे. उन्होंने कहा कि आंदोलन चलने तक नेताओं को राष्ट्रीय ध्वज फहराने का हक नहीं है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “संसद में जो सांसद हमारे विरोध में है उनका पोस्टर देश भर में और उनके संसदीय क्षेत्र में चिपकाया जाएगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर देश में टैंक और ट्रेक्टर एक साथ चलेंगे. 2024 तक आंदोलन चलाना पड़े तो भी चलेगा. असली सरकार कोई और है जो पीएम से झूठ बोलवाते हैं. असली सरकार से मिलने के लिए किसान दिल्ली के बॉर्डर पर हैं. पीएमओ से गलत दस्तावेज जारी हो रहे हैं. स्वामीनाथन आयोग के सुझावों को लागू करने के मुद्दे पर सरकार झूठ बोल रही है.”
राकेश टिकैत ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग क्रांतिकारी है. महाराष्ट्र में पोल खोल यात्रा निकालने की जिम्मेदारी का काम दिया गया है. उन्होंने कहा कि देश भर में अलग-अलग राज्यों में 23 जनवरी को राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन दिया जाएगा. राज्य का एजेंडा सामने रखा जाएगा.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हम स्वीकार करते हैं और आशा रखते हैं कि दूसरे पक्ष भी इसे स्वीकार करेंगे. जो रास्ता कोर्ट ने दिखाया है उस पर हम आगे बढ़ेंगे. कोर्ट भी समाधान चाहती है और हम भी. 4 एस(S) हैं जिनके माध्यम से देश आगे बढ़ सकता है समन्वय, संवाद,सहमति और समाधान.”
अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा, “सरकार जो चाहती है वही हो रहा है. उन्हें मालूम था कि कोर्ट जाकर कमेटी बनवाएंगे. हमें बोला गया कोर्ट में चलो. शुरू से हमें मालूम था कि कमेटी बनेगी कारपोरेट समर्थक लोगों से जो कारपोरेट के खिलाफ नहीं बोलेंगे.”
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “अफसोस की बात है कि कुछ लोग क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी का संदूक लेकर किसानों के कंधे पर बंदूक चला रहे हैं. ये लोग किसानों के हितैषी नहीं हैं. भ्रम का माहौल पैदा करने वाले ये लोग ट्रेडिशनल प्रोफेशनल भ्रमजाल के जादूगर हैं.”