अमेरिका: अमेरिका ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की बात कही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को फिर से दोहराया कि अगर दोनों देशों के जरिए कहा जाए तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं. ट्रंप प्रशासन के अधिकारी का कहना है कि शांति वार्ता में आतंकवादियों पर कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान लगातार झूठ बोल रहा है.
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीत तनावपूर्ण संबंध हैं. जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक भीषण फिदायिन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जैश के आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी थी. इसमें कम से कम 44 जवान शहीद हुए थे.
इस आतंकी कार्रवाई के बदले भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाते हुए 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों को निशाना बनाया. भारतीय वायुसेना के अनुसार इस ऑपरेशन को महज 90 सेकेंड में अंजाम दिया गया था.
इसके बाद दोनों देशों के बीच राजनयीक जंग तेज हो गई. भारत का कहना था कि उसने आत्मरक्षा के लिए यह कदम उठाया. अमेरिका समेत दुनिया ने भारत के दृष्टिकोण का समर्थन किया. पाकिस्तान ने बदले की कार्रवाई की लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी. पूरी दुनिया में उसको फजीहत झेलनी पड़ी.
विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप साफ तौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के स्तर पर अपनी चिंता व्यक्त कर चुके हैं. अधिकारी ने कहा कि ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान के साथ अपनी बैठकों में कश्मीर पर सीधे चर्चा की.
अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा, कि वह (ट्रंप) निश्चित रूप से मध्यस्थता की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं, अगर दोनों देश तैयार हों. यह भारत का स्टैंड है कि वह मध्यस्थता नहीं चाहता.
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पहले भी कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात कहते रहे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 24 सितंबर को कहा था कि वह दोनों देश के राजी होने की स्थिति में कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए तैयार हैं.
पाकिस्तानी प्रधाानमंत्री इमरान खान के साथ बैठक से पहले पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मध्यस्थता करने का उनका प्रस्ताव ‘हमेशा बना रहेगा’.