नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपनी भारत यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को महात्मा गांधी की समाधी राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी और यादगार के तौर पर यहां उन्होंने मलबार शाहबलूत का एक पौधा भी लगाया.
ट्रंप आज रात अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे. उनके लगाए पौधे की देखभाल यहां पर काम कर रहे विशेष कर्मचारी करेंगे जिस तरह वे दुनिया के अनेक राष्ट्राध्यक्षों के द्वारा लगाए गए पौधे की देखभाल करते हैं.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधी की देखभाल की जिम्मेदारी ‘राजघाट समाधी कमेटी’ करती है. गांधी जी को यहां समाधी दिए जाने के कुछ ही दिन बाद इसका गठन किया गया था. केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री पदेन रूप से राजघाट समाधी कमेटी की मुख्य जिम्मेदारी संभालते हैं. केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री के आलावा यहां एक सचिव और लगभग 20 कर्मचारी होते हैं. यह एक स्वतंत्र ट्रस्ट की भांति काम करता है. लेकिन इसका काम मुख्यत: प्रबंधन का ही होता है.
राजघाट के क्षेत्र में किसी प्रकार के निर्माण या देखभाल संबंधी गतिविधि के लिए राजघाट समाधी कमेटी सीपीडब्ल्यूडी पर निर्भर करती है जिसकी एक विशेष शाखा यहां हमेशा तैनात होती है. इसके तीन अंग होते हैं- हॉर्टिकल्चर, इलेक्ट्रिकल और सिविल डिवीजन.
राजघाट के किस हिस्से में किस प्रकार के खूबसूरत पौधों को लगाया जाना है, यह हॉर्टिकल्चर डिवीजन के माध्यम से तय किया जाता है. इसी प्रकार बिजली से संबंधी किसी कार्य के लिए इलेक्ट्रिकल डिवीजन और किसी निर्माण संबंधी कार्य के लिए सिविल डिवीजन कार्य करता है. पौधों की देखभाल इसी के माध्यम से ठेके पर रखे मजदूरों के माध्यम से करवाया जाता है.
ट्रंप के राजघाट पर आने की योजना के कारण इसे आम लोगों के लिए दोपहर तीन बजे तक के लिए बन्द कर दिया गया था. इस दौरान भारी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक राजघाट से निराश होकर वापस लौट गए.