माल्दा: पश्चिम बंगाल के मालदा में पांच और सात साल के दो बच्चों की मौत हो गई है. आरोप है कि स्थानीय तांत्रिक ने बच्चों पर लगभग तीन घंटे तक जादू-टोना किया. आम के बगीचे में खेलते हुए बच्चे शुक्रवार को बीमार हो गए थे.
गांववालों ने आरोप लगाया कि उनके बच्चों पर बुरी आत्माओं का साया है, क्योंकि उन्होंने बगीचे में शरण ली थी जिसके बाद उनके माता-पिता ने स्थानीय तांत्रिक को बुलाया. चार और छह साल के दो अन्य बच्चे माल्दा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी हालत स्थिर है. गजोले पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, ‘शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. जांच जारी है.’ चारो बच्चे गजोले गांव में खेतों में खेलते हुए बीमार पड़ गए थे.
तीन घंटे तक दो बच्चों पर करता रहा जादू-टोना
शुक्रवार शाम को घर वापस आकर बच्चो ने सिरदर्द और पेटदर्द की शिकायत की. गजोले विधानसभा सदस्य दीपाली बिस्वास ने कहा, ‘तांत्रिक ने लगभग तीन घंटे तक दो बच्चों पर जादू-टोना किया. जब बच्चों की हालत बदतर हो गई तब उन्हें राज्य सरकार के अस्पताल में भर्ती कराया गया. एक बच्चे की रास्ते में और दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.’
आत्माओं से मुक्ति पाने की कोशिश कर रहे
घटना के बाद गांववाले काफी डरे हुए हैं और उन्हें घर से बाहर आने से मना कर दिया है. उनका दावा है कि गांव में कुछ बुरी आत्माएं हैं. अस्पताल में भर्ती एक बच्चे के मामा आसिफ शेख ने कहा, ‘बुरी आत्माओं की वजह से पिछले कुछ सालों में गांव में कुछ व्यक्तियों की मृत्यु हुई है. हमारा मानना है कि चारों बच्चे उसी आत्मा की गिरफ्त में हैं. इसलिए हमने तांत्रिक की मदद ली. हम इन आत्माओं से मुक्ति पाने की कोशिश कर रहे हैं.’