हजारीबाग: हजारीबाग प्रक्षेत्र के डीआईजी पंकज कंबोज ने रेलवे साइडिंग पर भया दोहन कर कंपनियों से रंगदारी मांगने के मामले का खुलासा किया. उन्होंने दो अपराधियों को पकड़ कर जेल भेजे जाने की जानकारी दी.
उन्होंने इस मामले में राजकुमार सिंह उर्फ विशाल सिंह एवं शिवशंकर दुबे उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी पत्रकार वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि चतरा जिला के टंडवा थाना क्षेत्र के शिवपुर में 27 दिसंबर को फायरिंग कर दोनों अपराधियों ने सी सी एल के लिए कार्य करने वाली मां अंबे कंपनी पर भया दोहन करने एवं रंगदारी वसूलने का प्रयास किया था.
इस फायरिंग की घटना में मां अंबे कंपनी के सुपरवाइजर मो इसराफिल एवं रिजवान को गोली लगी थी. इस घटना में मो इसराफिल की इलाज के दौरान हजारीबाग ले जाने के क्रम में मौत हो गई थी. वहीं मो रिजवान का इलाज हजारीबाग आरोग्यम में किया गया था.
डीआईजी ने प्रेस वार्ता कर आपराधिक एवं उग्रवादी संगठनों को चेतावनी दी कि भयादोहन कर कंपनियों से रंगदारी वसूलने के मामले में पुलिस प्रशासन किसी को भी नहीं बख्सेगा. पत्रकार वार्ता में हजारीबाग एसपी कन्हैया मयूर पटेल भी उपस्थित थे.