धनबाद:- सेंटर ऑफ ट्रेड यूनियन यानि सीटू के बैनर तले शहर के रणधीर वर्मा चौक पर 7-8 जनवरी को दो दिवसीय जन सत्याग्रह का आयोजन किया गया. जिसमें 10 सूत्री मांगों को लेकर नारेबाजी, प्रदर्शन और धरना दिया गया. सीटू के बैनर तले नेताओं ने मांग किया है कि किसान विरोधी कृषि कानून को रद्द करने, सभी चार लेबर कोड को निरस्त करने, बिजली संशोधन विधेयक 2020 को वापस लेने, निजी करण, कमर्शियल माइनिंग, आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने, आयकर के दायरे से बाहर वाले परिवारों को प्रतिमाह 75 सौ रुपए का स्टाइपेंड, जरूरतमंद परिवारों के प्रति सदस्य को 10 किलो अनाज, मनरेगा के तहत 200 दिन रोजगार सुनिश्चित करना, 700 रुपये की मजदूरी दर सुनिश्चित करना, स्कीम वर्करों का मानदेय 18 हजार रुपये करना, सभी को सामाजिक सुरक्षा, नई योजना पेंशन को निरस्त करने तथा देश में निशुल्क सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने तथा कोरोना के वैक्सीन को निशुल्क लगवाना जैसी मांगे शामिल है. सीटू का 7 जनवरी से शुरू हुआ जन सत्याग्रह आंदोलन दो दिवसीय था, जो कि 8 जनवरी को समाप्त हुआ है. मालूम हो कि वामपंथ के कई घटक दल केंद्र में केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार की नीतियों का लंबे समय से विरोध करती आ रही है.