चाईबासा: ट्रेन ड्राइवर को पकड़ने के लिए मनोहरपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को ओडिशा के वन कर्मी और रेलवे कर्मचारी व RPF के बीच जमकर हंगामा हुआ. दरअसल, बुधवार की देर रात ओडिशा स्थित बिश्रा रेंज में एक पार्सल ट्रेन की चपेट में आने से दो हाथियों की मौत हो गई. हादसे के बाद ट्रेन मनोहरपुर की ओर आ गई. इस क्षेत्र में ट्रेन की रफ्तार कम रखने का निर्देश है.
ग्रामीणों के अनुसार, ट्रेन की रफ्तार काफी ज्यादा थी. इसलिए ओडिशा के तीन वन कर्मी ट्रेन के ड्राइवर को पकड़ने के लिए मनोहरपुर रेलवे स्टेशन पहुंच गए. इस दौरान काफी हंगामा हुआ. फिर RPF ने तीनों वन कर्मी को अपने ऑफिस में बैठा लिया और राउरकेला ACF (असिस्टेंट कंजरवेटर ऑफिसर ऑफ फॉरेस्ट) को इसकी सूचना दी. ACF के आने और बातचीत के पास तीनों वन कर्मियों को जाने दिया गया.
मृत हाथियों में एक 5 साल का और दूसरा 15 साल की उम्र का था. पिछले एक माह से बिश्रा रेंज में हाथियों का मूवमेंट देखा जा रहा था. इन हाथियों पर नजर रखने के लिए वन विभाग ने एक फोरेस्टर, दो फॉरेस्ट गार्ड और 30 स्क्वॉड स्टाफ को तैनात किया था. बीती रात करीब 1.30 बजे NMG/ CGS मिलेनियम पार्सल ट्रेन पहीपानी गेट के पास पहुंची और यही पर दोनों हाथी उसकी चपेट में आ गए. इसके बाद ड्राइवर ट्रेन को लेकर मनोहरपुर रेलवे स्टेशन की ओर आ गया.
घटना की सूचना वन कर्मियों को मिली तो वो ट्रेन के ड्राइवर को पकड़ने के लिए गुरुवार को मनोहरपुर रेलवे स्टेशन जा पहुंचे. स्टेशन आने वालों में फॉरेस्टर शंकर सुना, फॉरेस्ट गार्ड रोबिन प्रधान और एक स्क्वॉड टीम के सदस्य शामिल हैं. वन कर्मी स्टेशन पर घटना की जानकारी देते हुए ट्रेन के ड्राइवर के बारे में पूछताछ करने लगे.
इस पर मनोहर रेलवे स्टेशन पर तैनात RPF, अन्य रेलवे ड्राइवर और कर्मचारियों का वन कर्मियों से विवाद हो गया. बात हाथापाई तक जा पहुंची. करीब 40 मिनट तक हंगामा मचा रहा. इसके बाद RPF तीनों वन कर्मियों को लेकर अपने ऑफिस में पहुंची और राउरकेला के ACF दिलीप साहू को इसकी जानकारी दी. ACF के मनोहरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद वन कर्मियों को वापस जाने दिया गया.