चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा आज चाईबासा स्थित सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड एवं खुंटपानी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन किया गया है.
इसके साथ ही सदर अस्पताल परिसर में किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के उपरांत आवश्यक इलाज हेतु विशेषज्ञ अस्पताल में भेजने से पूर्व उपलब्ध होने वाले वैकल्पिक इलाज व्यवस्था प्रदान करने के लिए वार्ड की आवश्यकता को महसूस करते हुए एक अन्य आइसोलेटेड वार्ड को चिन्हित किया गया है. जिससे जिले के गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को इलाज के दौरान किसी भी परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
निरीक्षण के दौरान जिले के सिविल सर्जन डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ साहिर पॉल, जिला नोडल पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग -सह- जिला भू अर्जन पदाधिकारी श्री एजाज़ अनवर, डॉ संजय कुजुर, प्रभारी स्वास्थ्य पदाधिकारी खुंटपानी सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे.
निरीक्षण के उपरांत उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो पूर्व से किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित है जैसे कुछ व्यक्तियों को डायलिसिस करवाने की आवश्यकता है या कुछ लोगों को अन्य बीमारी है तो ऐसे व्यक्तियों को कोरोनावायरस संक्रमण के साथ-साथ इन बीमारियों के इलाज की भी आवश्यकता है एवं विशेष जांच/इलाज के लिए अन्य विशेषज्ञ अस्पताल यथा रिम्स, एमजीएम में रेफर करने की भी आवश्यकता हो सकता है.
ऐसे संक्रमित एवं पूर्व से अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को जिले में विशेषज्ञ अस्पताल रेफर करने से पूर्व वैकल्पिक चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सदर अस्पताल में एक आइसोलेटेड वार्ड का विशेष रूप से निरीक्षण किया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि आज निरीक्षण के क्रम में उपर्युक्त पदाधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुंटपानी का भी निरीक्षण किया गया है एवं जल्द ही उक्त स्वास्थ्य केंद्र को 60 वेड युक्त कोविड-19 केयर सेंटर के रूप में संचालित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस जिले में जांच के दौरान पॉजिटिव पाए जाने वाले कुल मामलों में से 85 – 90þ मामले ऐसे पाए जा रहे हैं जिनमें वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण मौजूद नहीं है या मामूली लक्षण है वैसे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के समुचित इलाज हेतु 3 कोविड-19 केयर सेंटर यथा चाईबासा स्थित महिला कॉलेज का छात्रावास परिसर, पाताहातु स्थित डीटीआई एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, खुंटपानी को तैयार किया जा रहा है एवं इन केंद्रों को आवश्यकता होने पर आइसोलेशन वार्ड के रूप में भी प्रयोग में लाया जा सकेगा.
उपायुक्त ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खूंटपानी में इलाजरत मरीजों को भी दिक्कत ना हो उसके लिए भी अलग से एक वैकल्पिक व्यवस्था तैयार किया गया है जिससे स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था के साथ प्रसव सुविधा उपलब्ध रहेगा.
उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि झारखंड सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुसार जिले में एक्टिव मामलों के 3 गुना की संख्या में बेड की उपलब्धता होनी चाहिए, वह पर्याप्त संख्या में जिले में उपलब्ध है और भविष्य को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन कार्य कर रही है.