रामगढ़: एक ओर जहां सड़क दुर्घटनाओं में जान-माल की क्षति को कम करने के लिए प्रशासन के द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह मना कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर जिले में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है. खासकर चुट्टुपालु घाटी और कोठार ओवर ब्रिज के समीप आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं और इनमें कमी आने के बजाय बढ़ोतरी हो रही है. पिछले दिनों दुर्घटनाग्रस्त हुई श्री गोकुल नामक बस में सवार एक यात्री की रांची में इलाज के दौरान मौत हो गई. बुधवार को स्थानीय छत्तर चौक पर एक ट्रेलर और टेंपो की भिड़ंत में कई लोग घायल हुए थे. जिनमें से एक महिला प्रियंका देवी की मौत रांची रिम्स में इलाज के दौरान हो गई.
गुरुवार की सुबह दो मालवाहक वाहनों की टक्कर कोठार ओवरब्रिज के समीप बने बाईपास पर हुई. इसी स्थान पर श्री गोकुल यात्री बस भी दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. फोरलेन से बाईपास की ओर मुड़ते उस समय इस सड़क की चौड़ाई काफी कम है. जिससे बड़े वाहनों को मुड़ते समय काफी परेशानी होती है. लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद एनएचएआई इस संदर्भ में कोई कारगर पहल करती नहीं दिख रही है. लेकिन इन दुर्घटनाओं के लिए सिर्फ एनएचएआई को दोष देना सहीं नहीं है.
वाहन चालकों को भी अपने वाहनों को नियंत्रित करती में चलाने की आवश्यकता से इनकार नहीं किया जा सकता है. वाहन चालक फोरलेन पर लगे एनएचएआई के बोर्डों पर दिए निर्देशों का अनुपालन नहीं करते जिसके कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं.