कोडरमा: उपायुक्त कोडरमा, घोलप रमेश गोरख के निर्देश पर मंगलवार को एसडीओ विजय वर्मा के नेतृत्व में झुमरीतिलैया के रजगढिया रोड स्थित कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान कई अनियमितता उजागर हुईं है।
वहीं कई केंद्र बिना सूचना के ही बंद पाए गए। जांच के दौरान वास्तविक मरीजों की संख्या के बजाय रजिस्टर में खानापूर्ति किए जाने की बात सामने आई। उक्त औचक निरीक्षण भारत अल्ट्रासाउंड, बागे अल्ट्रासाउंड क्लिनिक तथा एडवांस अल्ट्रासाउंड में की गई।
इस दौरान एडवांस अल्ट्रासाउंड को सीसीटीवी कैमरा लगवाने और कागजात अपडेट रखने का निर्देश दिया गया, जबकि भारत अल्ट्रासाउंड के संचालक को मरीजो के पैसे की प्राप्ति रशीद देने का निर्देश दिया गया।
वहीं बागे अल्ट्रासाउंड में भारी अनियमिततायें उजागर हुई। वहां मरीजो से पैसे की प्राप्ति रसीद पर 500 रुपये लिखा गया था, जबकि मरीजो से 600-700 रुपये लिए जा रहे हैं। साथ ही सरकारी निर्देश के अनुसार कोई भी कागजात सही नही पाया गया तथा मरीजो के लिए कोई भी व्यवस्था नही पायी गयी। वहीं कई अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट बिना डॉक्टर के पर्ची के ही थे।
प्रतिदिन मरीजो के नम्बरिंग रजिस्टर में न होकर एक पन्ने में किया जा रहा था, जिसमे 71 मरीज के नाम और पैसे लिए गए थे। वही प्राप्ति रसीद में मात्र 4 के ही नाम थे । एसडीओ के निर्देश पर कई कागजात को जप्त किया गया।
वही सिविल सर्जन डॉ. पार्वती नाग के द्वारा डॉ. सुबोध बागे से एलएंडडी बुक मांगे जाने पर डॉ. बागे काफी परेशान दिखे। इस दौरान सहारा अल्ट्रासाउंड और ओम साईं अल्ट्रासाउंड बिना किसी सूचना के बंद पाया गया। जांच के दौरान एसडीओ ने कहा कि कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों में कुछ निर्देश दिए गए है, जबकि बागे अल्ट्रासाउंड में कई अनियमिततायें सामने आई है तथा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद आगे की कार्यवाई की जाएगी। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ पार्वती नाग, डीएस डॉ. रंजन कुमार, असीम सरकार आदि मौजूद थे।