रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में जब देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. उद्योग धंधे-व्यवसाय चौपट गये है, करोड़ों लोगों की नौकरी छूट गयी, बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है, उस भाजपा द्वारा एक साथ आठ-आठ पार्टी कार्यालय का उदघाटन गरीब जनता को चिढ़ाने वाला कदम है और धन-बल का निर्ल्लज प्रदर्शन है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार के अदूरदर्शी निर्णय, गलत नीतियों और बिना सोचे-समझे कदम उठाने का परिणाम देश की जनता भुगत रही है. लॉकडाउन में करोड़ों लोग जहां बेरोजगार हुए है, वहीं लाखों परिवारों को घर-परिवार चलाने के लिए घर-जमीन बेचने को मजबूर है, वैसे में इस तरह धन-संपत्ति और शक्ति का प्रदर्शन करना जनता की भावना को ठेस पहुंचाने वाला कदम है.
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि भाजपा को यह हिसाब देना चाहिए कि कार्यालय के लिए जमीन और भवन निर्माण तथा साज-सज्जा के लिए पैसे की उगाही कहां से की गयी. पार्टी राज्य सरकार से भी यह मांग करती है कि सभी जिलों में भाजपा कार्यालय के लिए खरीदी गयी जमीन और इसमें आयी खर्च की उच्चस्तरीय जांच कराये. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को भी यह खुलासा करना चाहिए कि वे बताये, इतने भव्य कार्यालय के लिए धन कहां से लायी. लॉकडाउन में संपन्न लोगों ने स्थिति से निपटने और गरीबों की मदद के लिए सहायता राशि दी, इस सहायोग राशि को भाजपा ने अपने लिए संपत्ति बनाने में खर्च कर दिया.
उन्होंने कहा कि पांच वर्षां तक रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की जो गंगोत्री बहायी गयी, मोमेंटम झारखंड के नाम पर हाथी को उड़ाया गया, करोड़ों रुपये के बांध को चूहा ने कुतर डाला और अरबों रुपये की सड़क एवं अन्य निर्माण योजनाएं पानी में बह गयी, यही पैसा आज भाजपा कार्यालय के रूप में बाहर निकल रहा है, आने वाले समय में भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार का एक-एक कर खुलासा होगा.