रांची: झारखंड की राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर शनिवार को एक बड़ा विमान हादसा टल गया. एयर एशिया के विमान के इंजन से दो बार चिंगारी निकलने के बाद ग्राउंडेड कर दिया गया और विमान के सभी यात्रियों को दूसरे विमान से मुंबई के लिए भेजा गया.
रांची एयरपोर्ट से मुंबई के लिए शनिवार सुबह 11.50बजे एयर एशिया की फ्लाइट टेक ऑफ करने के लिए रनवे पर थी. इसी दौरान बर्ड हिटिंग की वजह से इंजन से चिंगारी निकलने की बात सामने आयी. फिर पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर विमान को रोक दिया और विमान के सभी यात्रियों को विमान से निकाल कर टर्मिनल में बैठा दिया गया.
कुछ देर बाद विमान को ट्रायल के लिए टेक ऑफ कराने की कोशिश की गयी, लेकिन दोबारा विमान के इंजन से चिंगारी निकलने लगी. फिर यात्रियों को यह जानकारी दी गयी यह फ्लाईट को रद्द कर दिया गया है और शाम सात बजे उन्हें कोलकाता से आने वाली फ्लाइट से मुंबई के लिए भेजा जागा.
इस दौरान कुछ यात्री बाहर निकल कर मीडिया से बात करने की कोशिश करने लगे, लेकिन वहां मौजूद सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें रोक दिया और कुछ यात्रियों के साथ जवानों ने धक्का-मुक्की भी की.
विमान दोबारा उड़ान भरने के लिए रनवे पर कुछ दूर दौड़ने के क्रम में विमान के पहिये में चिंगारी निकली और जोर का धमाका हुआ, जिसके बाद तत्काल पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया गया.
वहीं विमान में चिंगारी निकलते देख तत्काल दो दमकल वाहन मौके पर पहुंच गये. इससे पहले भी इस विमान में तकनीकी गड़बड़ी या बर्ड हिट की आशंका के मद्देनजर विमान को उड़ान भरने के तुरंत बार रोक लिया गया था.
इंडिगो का एक विमान रांची एयरपोर्ट पर उतरने की कोशिश में सात बार चक्कर लगाया. यह विमान लैंडिंग के लिए लगातार हवा में मंडरता रहा,बाद में सिग्नल मिलने के बाद उसकी लैडिंग हुई, इससे पहले एयर एशिया के खराब विमान को खींच कर रनवे पर से हटाया गया.
बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के डायरेक्टर विनोद शर्मा ने कहा कि इंजीनियर की एक टीम ने एयर एशिया के फ्लाइट की पूरी जांच की और फाइनल अप्रूवल मिलने के बाद दोबारा टेक ऑफ के लिए रनवे पर ले जाया गया था.
ऐहतियात के तौर पर उस वक्त फ्लाइट के पास ही फायर ब्रिगेड की टीम भी रखी गई थी, लेकिन जब पायलट ने फ्लाइट को रन कराने से पहले इंजन में थ्रोटल किया तो एक चिंगारी निकली. लिहाजा सुरक्षा के मद्देनजर उसी वक्त पायलट ने इंजन को बंद कर दिया और फ्लाइट को खींच करके पार्किंग एरिया में ले जाया गया.
इस विमान से 176 पैसेंजर मुंबई जाने वाले थे, लेकिन काफी विलंब होने के कारण कई यात्रियों ने अपने टिकट कैंसिल करा लिए. इस दौरान एयरपोर्ट पर उहापोह की स्थिति बनी रही, जो यात्री बाहर निकलना चाह रहे थे उन्हें सीआईएसएफ के जवानों ने रोक दिया, जिसके कारण वहां काफी देर तक हो हंगामा होता रहा.
बाद में एयरपोर्ट के डायरेक्टर खुद मीडिया के सामने आए और पूरी बात बताई. उन्होंने कहा कि मुंबई जाने वाले जो भी यात्री कोलकाता से आ रही दूसरी फ्लाइट से जाने को तैयार हैं, उनके लिए स्नेक्स और डिनर की व्यवस्था एयर एशिया की तरफ से की गई है, इसमें सबसे अहम बात है कि आज एयर एशिया के पायलट के सुझबूझ की वजह से बड़ा हादसा टल गया.
इससे पूर्व रांची एयरपोर्ट के निदेशक ने पहली बार विमान में खराबी आने पर बताया था कि एयर एशिया के विमान पर 176 यात्री और परिचालन दल के सदस्य सवार थे और सभी सुरक्षित है.
उन्होंने बतायाथा कि ढ़ाई बजे विमान फिर उड़ान भरेगा, इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियांअ ौर तकनीकी जांच की जा रही है. उन्होंने विमान में किसी तरह की तकनीकी खराबी होने से इनकार करते हुए बताया कि पायलट को रनवे पर उड़ान पहले कुछ तकनीकी दिक्कतों का अहसास हुआ, जिसके बाद विमान को उड़ान भरने से पहले ही रोक लिया गया.
एयरपोर्ट के निदेशक ने बताया कि तकनीकी जांच के बाद ही गड़बड़ी के कारणों के बारे में पूरी जानकारी मिल पाएगी. उन्होंने बताया कि बर्ड हिट के कारण भी यह गड़बड़ी हो सकती है, लेकिन जांच पूरी होने के बाद ही तस्वीर पूरी साफ हो सकती है. निदेशक ने यह भी जानकारी दी कि देश में रांची एयरपोर्ट द्वारा ही एक मात्र ऐसा एयरपोर्ट है, जिसने बर्ड हिट जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रांची स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय से रिपोर्ट तैयार करने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट अब तक जा जानी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण अब तक रिपोर्ट नहीं मिल पायी है, संभवतः 31 अगस्त तक रिपोर्ट मिल जाएगी.
उन्होंने बताया कि रिपोर्टमिल जानेकेबाद एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से बर्ड हिट पर अंकुश लगाने को लेकर ठोस पहल की जाएगी. हालांकि अभी बर्ड हिट जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से सभी पर्याप्त कदम उठाये गये है.
राज्य सरकार और जिला प्रशासन से आग्रह कर पांच किलोमीटर के सर्किल में खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने का कदम उठाया गया है, इसके अलावा प्रत्येक उड़ान के पहले आवश्यक जांच पूरी की जाती है,ताकि बर्ड हिट जैसी घटना न हो. उन्होंने बताया कि पिछले वर्षपांच बर्ड हिट की घटना हुई थी, लेकिन इस वर्ष पांच महीने में सिर्फ एक बर्ड हिट की घटना हुई है.