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राम नाम की लूट, लूट सके तो लूट
मुंगेर: अयोध्या मे आज भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए भूमी पूजन किया जा रहा है. ऐसे ऐतिहासिक पलो का इंतजार लोग लंबे समय से कर रहे थे, वह खत्म हुआ.
सिस्टम में चल रहे राम नाम की लूट कब समाप्त होगा. यह कहा नहीं जा सकता यह सवाल उन लाचारों, गरीबों के जहन में गूंज रहा है कि जब सरकार घोषणा करती कि न्याय के साथ विकास होगा.
सरकार जन कल्याण गुनगान के लिए डाटा एवं रिपोर्ट प्रस्तुत करती है जो सिर्फ कागजों पर ही होती है. उनका जमीनी हकीकत से कोई नाता नहीं रहता. हकीकत से रुबरु होते है.
शहरी सलीम बस्तियों एवं लाचारों के समुचित ईलाज के लिए सदर मुंगेर प्रखंड अंतर्गत पांच शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है, लेकिन क्या इसका लाभ आम लोगें को मिल रहा है.
यह लोगों के मन में एक प्रश्न का सवाल है. कोरोना काल में जहां शहर के नामचीन डॉक्टरों ने अपने निजी क्लिनिक बंद कर मानवता का परिचय दिए. ऐसी स्थिति में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की तपदीश की गई, जिससे पता चला कि राम नाम की लूट चल रही है.
मरीज तो यहां आ रहे लेकिन उन्हें देखने वाला डॉक्टर नदारत है. कर्मी बताते है कि डॉक्टर साहब कोरोना ड्यूटी में है. बुधवार को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, माधोपुर में ईलाज को आए लोग डाक्टर साहब के नहीं होने से निराश हो कर घर लौट गए.
इतना ही नहीं इन सेंटरों में रखा लाखों रूपये लागत की पैथोलॉजी उपकरण धूल फांक रहा है. यहीं हाल नागलोक, लाल दरबाजा, अड़गडा स्थित शहरी प्राथमिक केंद्रों की है.