रांची 28 जून : आजसू के विधायक और सरकार में जल संसाधन तथा पेयजल मंत्री रामचंद्र सहिस आज नमन शहीद यात्रा के साथ उलगुलान के नायक बिरसा मुंडा के गांव पहुंचे. उन्होंने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर भक्ति भाव से श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही बिरसा मुंडा के वंशजों से मुलाकात की.
इसके बाद मंत्री ने उलिहातू बिरसा मुंडा कंप्लेक्स स्थित चबूतरा पर उन्होंने जन चौपाल लगाकर गांव के लोगों के साथ बातचीत की. मंत्री ने बिरसा मुंडा के वंशजों और ग्रामीणों की बातें सुनी और अपनी कही.
गांव के लोगों ने सिंचाई और पेयजल के साधन मुहैया कराने के लिए मंत्री का ध्यान खींचा. मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इन सुविधाओं पर जल्दी ध्यान देगी.
उन्होंने कहा कि झारखंड के वीर सपूतों के सपने साकार हों, यह सरकार की प्राथमिकता है. बिरसा मुंडा का उलगुलान हम भूल नहीं सकते. 25 साल की उम्र में अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध में वे शहीद हुए. बिरसा मुंडा हम सभी के लिए प्रेरणा हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन का मकसद भी आदिवासी, दलित और वंचित समुदाय की उन्नति के लिए हुआ है. इसलिए सरकार और खास कर हमारी पार्टी वीर सपूतों के बलिदान को लेकर हमेशा संवेदनशील रही है.
गौरतलब है कि 28 जून से तीन दिनों के लिए रामचंद्र सहिस ने शहीद नम यात्रा पर निकले हैं. 20 जून को वे कोयलांचल में बिनोद बिहारी महतो के गांव बलियापुर जाकर नमन करेंगे. जबकि 30 जून को हूल दिवस के मौके पर मंत्री सिद्धो-कान्हो के गांव भोगनाडीह जाएंगे.
उलिहातू गांव पहुंचने से पहले आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खूंटी में मंत्री का स्वागत किया.
इस अवसर पर मुख्य रूप से सुकरा सिंह मुण्डा, विजय मानकी, राम दुर्लभ सिंह मुण्डा, केशव चंद्र महतो, सुधा मुण्डू, बाल कृष्णा मुण्डा, फुलकुमार देवी, परमेश्वरी सांडिल, सुरेश चंद्र महतो, दिलीप साहू, राजकुमार गुप्ता, उमेश नायक, नीरज सिंह, जगदीश गुप्ता, हरिहर महतो, देवनारायण मुण्डा, नागेश्वर मुण्डा, काली यादव, पार्वती देवी, इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे।