जमशेदपुर: आज उत्थान संस्था ने (विश्व मानव अधिकार दिवस) मनाया. जिसमें चाईबासा और जमशेदपुर के ट्रांसजेंडर समुदाय उपस्थित हुए और अपने अधिकारों के लिए बात की. अधिकार तो बहुत है, लेकिन हमारे लिए उन्हें कार्यों पर कभी काम नहीं होता, ना ही लोग हमारे लिए खड़े होते हैं और ना ही समाज.
उन्होंने कहा कि घर से हम निकाले जाते हैं, समाज से निकाले जाते हैं, कितने अलग और अकेले हो जाते हैं कि लोग हमें अलग ही समझ लेते हैं ना जाने क्यों ..? भगवान ने हमें भी बनाया है, हमें भी सोचने की शक्ति दी है, हमारे अंदर भी दिल दिया है, लेकिन लोग हमें नहीं समझते.
उन्होंने कहा कि लोग हमें दुख देते हैं, हमें अपने घरों से निकाल देते हैं, हम भी इंसान हैं, हमें भी दर्द होता है, हम भी दुख को समझते हैं, हम भी सब की तरह जीना चाहते हैं, हम भी चाहते हैं, लेकिन कब तक हम अपने अधिकारों से वंचित होते रहेंगे. कब तक हमारे परिवार हमारे लोग हमारी नहीं सुनेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार भी हमारे लिए नहीं सोचती, योजनाएं बहुत आती है, लेकिन हमारे तक पहुंच नहीं पाती. सरकार हम पर ध्यान दें. ऐसा उत्थान सीबीओ के अमरजीत सिंह यही चाहती है कि सरकार हमारा साथ दें और हमारे साथ चले.