नई दिल्ली: कोरोना वायरस वैक्सीन का इंतजार अब खत्म हो गया है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ को आपात स्थिति के लिए इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. वैक्सीन के अप्रूवल के बाद लोगों के मन में सवाल है कि यह वैक्सीन सबसे पहले किसे मिलेगी और आम आदमियों को कब तक वैक्सीन दी जाएगी? साथ ही वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे होगा और उस वक्त किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी.
ऐसे में अगर आप भी वैक्सीन रजिस्ट्रेशन और वैक्सीन से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हम आपको उन सवालों के जवाब दे रहे हैं, जो शायद आपके दिमाग में भी आ रहे होंगे. आइए जानते हैं रजिस्ट्रेशन से जुड़े हर सवाल के जवाब..
क्यों किसी व्यक्ति को बिना रजिस्ट्रेशन के कोरोना वैक्सीन मिल सकती है?
-सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, वैक्सीन लगवाने से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है. रजिस्ट्रेशन के बाद ही वैक्सीन के सेशन और समय आदि की जानकारी शेयर की जाएगी.
अगर वैक्सीन लगवाने के वक्त किसी के पास आईडी कार्ड नहीं होता है तो उन्हें वैक्सीन दी जाएगी या नहीं?
सरकार ने इस सवाल पर साफ कहा है कि फोटो आईडी कार्ड के जरिए ही रजिस्ट्रेशन होगा और जिस वक्त वैक्सीन लगवाई जाएगी, उस वक्त आईडी अपने पास रखनी होगी.
किन दस्तावेजों की होगी आवश्यकता?
दरअसल, सरकार ने दस्तावेजों की लंबी लिस्ट जारी की है, जिसमें कोई भी एक दस्तावेज व्यक्ति के पास होना आवश्यक है. इसके बाद ही रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा. ये रही दस्तावेजों की लिस्ट…
– आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज
– स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
– महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्ड
– सांसद, विधायक, एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक प्रमाण पत्र
– बैंक, पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक
– केंद्र, राज्य सरकार, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड
क्या सभी को मिलेगी वैक्सीन?
सरकार ने जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता पर वैक्सीनेशन के लिए चिह्नित किया है. इसमें सबसे पहले हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर, उसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति और पहले से किसी रोग से ग्रसित लोगों और इसके बाद अन्य जरुरतमंद लोगों को वैक्सीन दी जाएगी.
कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?
अभी एक-दो हफ्ते बाद वैक्सिनेशन की प्रक्रिया शुरू होगी. इस दौरान अगर आपको रजिस्ट्रेशन करवाना है तो आपको ‘को-विन’ ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.
अगर किसी व्यक्ति को कैंसर, डायबिटीज, बल्ड प्रेशर जैसी दिक्कत है तो वो कोरोना वैक्सीन लगवा सकता है?
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, एक या एक से अधिक स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले व्यक्तियों को उच्च जोखिम वाली कैटेगरी में माना जाता है. उन्हें कोरोना वैक्सीन देने की आवश्यकता है.
दोनों वैक्सीन में क्या है अंतर?
दरअसल, दो वैक्सीन को अप्रूवल मिला है. मैक्स हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया, ‘को-वैक्सीन का इस्तेमाल पेशेंट से पूछकर किया जाएगा, यानी उन्हें बताया जाएगा कि यह एक तरह का ट्रायल है और उस हिसाब से इसका इस्तेमाल किया जाएगा.’ ऐसे में कहा जा सकता है कि को-वैक्सीन को अभी ट्रायल के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं, कोविशील्ड को लेकर डॉक्टर मनोज ने बताया, कोविशील्ड का इस्तेमाल फ्रंट लाइन वर्कर्स यानी मेडिकल स्टाफ के लिए किया जाएगा.’ दरअसल, कोविशील्ड वायरस के लिए प्रूवन वैक्सीन है.