मोतिहारी: पांच दिनों से बंद पड़े ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर बिहार-दिल्ली की लाइफ लाइन एनएच-28 पर परिचालन शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली है. जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की पहल व सख्त निर्देश के आलोक में एनएचआई और कंस्ट्रक्शन कंपनी ने युद्धस्तर पर रात दिन काम कर के सड़क को मोटरेबल बनाकर मंगलवार देर रात इस पर परिचालन शुरू करा दिया है.
हालांकि, यहां पूरी तरह से कंस्ट्रक्शन का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है. डीएम के निर्देश पर कंपनी से बहुत तेजी के साथ काम करते हुए पुराने पुल के मुहाने को दुरुस्त कर धीमी गति के साथ वाहनों का आवागमन शुरू कराया है. मालूम हो कि 2017 में गंडक नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण डुमरियाघाट पुल के मुहाने पर स्थित गाइड बांध सौ फीट में टूट चुका था.
इसके कारण पानी के तेज बहाव से अर्द्धनिर्मित पुल का मुहाना आधा कट चुका था. वहीं अभी आई भीषण बाढ़ में बाकी बचा हिस्सा और पुराने पुल का भी मुहाना भी कटने लगा था. इस पर प्रशासन ने सक्रिय होकर एनएचआई को इसके कटाव के रोकथाम और इसे दुरुस्त करने के लिए लगाया था. प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से सड़क दुरुस्त होने तक आवागमन रोक दिया था. जिसके कारण सड़क पर हजारों की संख्या में वाहन पुल के दोनों ओर पूर्वी चंपारण और गोपालगंज जिले की सीमा में यूपी, दिल्ली, एमपी, असम, कोलकाता, नेपाल, हरियाणा, आदि जगहों पर जाने के लिए फंसे हुए थे.
फिलवक्त कंपनी ने तो सड़क चालू कर दिया है मगर कंस्ट्रक्शन का कार्य अभी चालू है. एनएचआई प्रोजेक्ट निदेशक मनोज कुमार पाण्डेय ने बताया की डीएम के आदेश पर कटाव को परिचालन लायक दुरुस्त कर देर रात में आवागमन शुरू करा दिया.