चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा जानकारी दी गई कि समाहरणालय स्थित सभागार में जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर, जिला शिक्षा अधीक्षक अनिल कुमार चौधरी तथा सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के उपस्थिति में जिला शिक्षा कार्यालय के द्वारा विगत माह में किए गए कार्यों से संबंधित प्रतिवेदन के आधार पर मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई.
बैठक के उपरांत उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि लक्ष्य के अनुरूप राज्य सरकार से प्राप्त पुस्तकों का वितरण संबंधित प्रखंडों में सुनिश्चित किया गया है तथा विद्यालय में बच्चों को दी जाने वाली मिड डे मील अंतर्गत राशन का वितरण कुछ प्रखंडों को छोड़कर अन्य सभी प्रखंडों में शत प्रतिशत किया गया है तथा ऐसे प्रखंड जहां पर मिड डे मील का शत प्रतिशत वितरण नहीं किया गया है वहां के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को 1 सप्ताह के भीतर वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश बैठक में दिया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि जिला अंतर्गत सभी शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में कम से कम 10 विद्यालयों के पोषित क्षेत्र में भौतिक निरीक्षण करते हुए तय प्रारूप में वर्तमान कोरोनावायरस संक्रमण के समय में गांव में रह रहे बच्चों के पास पढ़ाई करने की क्या व्यवस्था है, जिला स्तर पर संचालित दीजी-साथ कार्यक्रम से बच्चे जुड़े रहे हैं या नहीं अगर नहीं जुड़ रहे हैं तो क्या नेटवर्क की समस्या है या नहीं जुड़ने का कोई अन्य कारण है तथा मिड डे मील राशन वितरण का जो प्रतिवेदन है उसका भी सत्यापन कार्य और राज्य सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में स्कूल खोलने से पूर्व विद्यालय के भवन, शौचालय के वस्तु स्थिति का अध्ययन करते हुए संबंधित प्रतिवेदन कार्यालय को यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने बताया कि जिले के कुछ प्रखंडों में कुछ विद्यालय भवन ऐसे हैं जहां विद्युत कनेक्शन उपलब्ध नहीं है वैसे सभी विद्यालयों में भी विद्युत की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश जिला शिक्षा कार्यालय के सहायक अभियंता को दिया गया है तथा इस संबंध में उपलब्ध सूची के आलोक मैं विद्युत प्रमंडल से संपर्क स्थापित करते हुए विद्यालय खुलने से पूर्व विद्युत कनेक्शन की उपलब्धता करवाना प्रशासन का एक महत्वपूर्ण कार्य है.
उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि जिला स्तर पर संचालित दीजी-साथ कार्यक्रम के तहत 72,000 बच्चे जुड़े हुए हैं लेकिन इनमें से केवल 41,000 बच्चे ही संचालित क्विज प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं ऐसे छूटे हुए बच्चों को क्विज प्रतियोगिता में शामिल करने हेतु एक विशेष निगरानी रखने तथा शिक्षकों के स्तर पर आयोजित गुरु गोष्टी के अंतर्गत शिक्षकों के कार्यों के निगरानी हेतु भी सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है क्योंकि जब तक किसी भी कार्यों का निरीक्षण सही मायने में नहीं किया जाएगा तब तक ऐसे कार्यों का उचित ढंग से क्रियान्वित नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि मुझे उम्मीद है कि जब सरकार के द्वारा विद्यालय खोलने के निर्देश प्राप्त होने से पूर्व हमारे बच्चे अभी घरों में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं तथा जहां नेटवर्क की उपलब्धता है वहां एक बेहतर विकल्प बच्चों को दिया जा सके तथा वैसे क्षेत्र जहां नेटवर्क की उपलब्धता नहीं है वहां ग्रामीण स्तर पर कार्यरत पारा शिक्षकों के द्वारा घर पर जाकर या ग्रामीण स्तर पर सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए सामुदायिक तौर पर मोबाइल के माध्यम से पढ़ाई की व्यवस्था करने से संबंधित जानकारी दी गई है.