गीतेश अग्निहोत्री,
कानपुर: कानपुर पुलिस ने रविवार देर रात तक काफी कश्मकश के बाद जय बाजपेई और उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जय पर घटना के दो दिन पहले विकास दुबे को दो लाख रुपये और 25 कारतूस देने के आरोप समेत कई धाराओं में देर रात नजीराबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया है.
नजीराबाद इंस्पेक्टर के मुताबिक पूछताछ में सामने आया कि जय ने घटना के दो दिन पहले विकास दुबे को दो लाख रुपये और 25 कारतूस दिए थे. पुलिस की जांच में लाइसेंसी रिवाल्वर में 25 कारतूस की खरीद मिली लेकिन वह नहीं बता सका कि कारतूस कहां प्रयोग किए.
एफआईआर के मुताबिक 4 जुलाई को जय बाजपेई अपने साथी प्रशांत शुक्ला उर्फ डब्बू निवासी आर्य नगर के साथ तीनों गाड़ियों में विकास दुबे और उसके गैंग को कानपुर से सुरक्षित निकालने की तैयारी कर रहा था.
पुलिस की सक्रियता के चलते वह इस काम को अंजाम नहीं दे सका और तीनों कार विजय नगर चौराहे के पास छोड़कर भाग खड़ा हुआ. इसीलिए तीनों गाड़ियों की नंबर प्लेट हटाकर लावारिस हालत में छोड़ दिया.
पुलिस ने जय बाजपेयी और साथी प्रशांत शुक्ला को दो जुलाई की घटना में साजिश का आरोपी बनाया है और नजीराबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि सोमवार को जय बाजपेयी और प्रशांत शुक्ला को अदालत में पेश किया जाएगा.