हजारीबाग (बड़कागांव): प्रखंड कोरोना संक्रमण का पहला मामला आने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर है. प्रशासन मंगलवार देर रात ही बड़कागांव पहुंच गई और आवश्यक निर्देश जारी कर प्रभावित गांव को पूरी तरह सील कर दिया है.
साथ ही पूरे प्रखंडवासियों को घर में रहने का निर्देश दिया है. पालन नहीं करने वाले व घर से बाहर रहने वालों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है.
वहीं ग्रामीणों ने सुरक्षा दृष्टि से प्रखंड के सभी गांवों की गलियों व सड़कों को स्वत: लकड़ी व बांस बली लगाकर सील कर दिया गया है. ताकि एक गांव से दूसरे गांव की आवाजाही पर रोक लग सके.
वहीं मंगलवार को बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह, एसी मयूर पटेल आदि ने बड़कागांव के प्रभावित गांव का दौरा किया.
उपायुक्त ने प्रखंड के सभी पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. यहां लॉकडाउन से सभी प्रकार की छूट को निलंबित करते हुए सिर्फ स्वास्थ्य सेवा को बहाल करने का आदेश दिया गया है.
वहीं बड़कागांव के विभिन्न इलाकों को ड्रोन कैमरे एवं सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी. संक्रमित पंचायत के मुख्य मार्गों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. साथ ही पंचायत भवन में अस्थाई पुलिस चौकी बनाई जाएगी.
बड़कागांव के करोना पॉजिटिव मरीज का यात्रा विवरण निकाला जाएगा और जिन जिन के संपर्क में वह आया है सभी को क्वारंटाइन सेंटर में भेज जाएगा. बड़कागांव सीओ ने जानकारी दी कि उक्त पॉजिटिव मरीज हाल में एक पंचायती में भी शामिल था और कई सगे संबंधी से भी मिला था.
बड़कागांव विधायक ने ग्रामीणों को संदेश दिया है कि कोरोना बीमारी अपना स्वभाव बदल रही है और इसका लक्षण अब जल्दी पता भी नहीं चलता है. 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहने के बावजूद भी उक्त मरीज में किसी प्रकार का लक्षण नहीं पता चला और जांच में पॉजिटिव पाया गया इसलिए अब और भी ज्यादा गंभीर होने की जरूरत है. निरीक्षण के दौरान वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के पदाधिकारी थाना प्रभारी समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे.