जमशेदपुर : सरायकेला- खरसावां जिले के चांडिल अनुमंडल में पड़ने वाले दलमा की तराई ईलाकों के लोग हाथियों के आतंक से दहशत में हैं. हालाकि दलमा पश्चिमी रेंज में हाथियों द्वारा इंसानी जिंदगी तबाह नहीं की गई है, लेकिन फसलों को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है. इसको लेकर दलमा की तराई क्षेत्र के लोगों में वन विभाग के प्रति नाराजगी भी देखी जा रही है. साथ ही मुआवजा के नामपर खानापूर्ति का भी ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.
वैसे गजराज ईचागढ़ क्षेत्र में काफी तबाही मचा चुके हैं. दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के गजराज एक सप्ताह से चिलगु पंचायत के चाकोलिया, बागालडीह ,हंसादा सह दर्जनो गावों में शाम होते ही जंगल से उतर कर आतंक मचाते है. जिससे उग्र हो ग्रामीणों ने दलमा चेकनाका पहुचकर वन पदाधिकारी को घेरा व जवाब तलाब किया. इधर ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए वन विभाग के अधिकारी हरकत में आए और आनन- फानन में ग्रामीणों के लिए पटाखे, मोबिल मशाल इत्यादि का प्रबंध कर उन्हें सौंपा.
साथ ही ग्रामीणों से नियमित पेट्रोलिंग का वायदा भी किया. वहीं पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया में भी तेजी लाने का भरोसा दिलाया. आपको बता दें कि पिछले एक पखवाड़े से 25 से 30 गजराजों का झुंड चांडिल रेंज के पूर्वी हिस्से से आकर दलमा सेंचुरी में आश्रय लिया है, और जो भोजन की तलाश में गाव में उतर जाते और तबाही मचाते है.