सिकन्दर शर्मा,
दुमका: प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बारीडीह में सुविधाओं के अभाव से परेशान दर्जनों महिला व पुरूषों ने मिलकर गुरुवार को विभाग के खिलाफ जम कर प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि सरकार ने बारीडीह में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो बना दिया परंतु यहां मरीजों के इलाज के लिये न तो कोई चिकित्सक है और न ही सिरियस मरीजों को बाहर ले जाने के लिये कोई एम्बुलेंस की सुविधा है. ये स्वास्थ केंद्र हंसडीहा गोड्डा एनएच 133 पर हंसडीहा से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
एनएच सड़क होने के कारण इस मार्ग पर वाहनों की रफ्तार बहुत अधिक रहती है जिससे प्रायः दुर्घटना होती रहती है और ऐसे स्थिति में एम्बुलेंस न होने से घायलों व मरीजों का समय पर उपचार नहीं होने से मौत हो जाती है.
साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि इस केंद्र में एक ही चिकित्सक हैं और वो भी कभी कभी ही आते हैं. इस स्वास्थ्य केंद्र में प्रति माह करीब सत्तर से अस्सी महिलाओं का प्रसव होता है, उसके बावजूद न तो यहां महिला चिकित्सक हैं और न ही मरीजों को मिलने वाली मुलभुत सुविधा.
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि इस मामले को हमलोग मुख्यमंत्री, को पत्र लिख कर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे. साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि यथाशीघ्र उक्त स्वास्थ केंद्र में एम्बुलेंस के साथ साथ चिकित्सक,व महिला चिकित्सक की नियुक्ति की जाये.
एनएच 133 से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाने वाली कच्ची सड़क को पक्की सड़क बनायी जाये.
मौके पर महेन्द्र प्रसाद पांडेय, शशि भूषण पांडेय, राधा देवी, मनोरमा देवी, अजय मुर्मू, भानु प्रताप पंडित, आशीष कुमार, सूरज मिस्त्री, अजय मंडल, कुलदीप राय, सहित अन्य लोग मौजूद थे.