महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद कर्नाटक के 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हो चुका है. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि इन सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान किया जाएगा. जबकि गिनती 9 दिसंबर को होगा.
विधानसभा के चुनावी ऐलान के बाद 11नवंबर से राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. बता दें कर्नाटक के 15 विधानसभा सीटों पर 17 विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के कारण उपचुनाव कराए जा रहे हैं.
ऐसे में कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष ने तत्कालीन सीएम एचडी कुमारस्वामी के फ्लोर टेस्ट वाले प्रस्ताव पर 29 जुलाई को मतदान से पहले 17 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया था. उक्त विधायक विश्वासमत के दौरान अनुपस्थित रहे थे जिससे कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी. जिसके बाद भाजपा का सत्ता में आने का रास्ता साफ हो गया था. तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ इन विधायकों ने 29 जुलाई को शीर्ष कोर्ट में चुनौती भी दी थी.
जानकारी के मुताबिक आयोग ने 21 अक्टूबर को 15 सीटों पर उपचुनाव कराने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित रहने के कारण फैसले को 5 दिसंबर तक के लिए टाल दिया गया था. बीते दिनों कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 17 विधायकों की अयोग्यता के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. जबकि सितंबर के महीने में मामले की सुनवाई कर रहे जजों की बेंच से एक जज जस्टिस मोहन शांतनागौदर ने खुद को मामले से अलग कर लिया था.
ऐसे में अब उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का काम 11 नवंबर को शुरू होगा और 18 नवंबर को खत्म हो जाएगा. वहीं, राज्य में उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बेंगलुरु में बैठक कि गई थी. जिसमें चुनावी अभियान को लेकर कई रणनीतियां बनाई गई और उन ओर खुलकर विचार किया गया. इस अहम बैठक में कर्नाटक कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया, बीके हरिप्रसाद, डीके शिवकुमार और दिनेश गुंडू मौजूद रहे.