बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां स्पष्ट कहा कि सस्ती बिजली मिलनी चाहिए, मुफ्त में नहीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुफ्त बिजली के नाम पर भले ही किसी को वोट मिल गया हो, लेकिन आगे स्थिति क्या होने वाली है, कोई नहीं जानता. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि बिहार न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है. उन्होंने सरकार की ओर से कराए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ‘सात निश्चय’ पर तेजी से काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि नल जल योजना के तहत 19 हजार से अधिक वार्डों में पानी पहुंचा दिया गया है. बिजली में सुधार के लिए भी लगातार काम हो रहा है. बिजली व्यवस्था में बिहार दिल्ली से बेहतर है. किसानों को 75 पैसे प्रति यूनिट की दर से सस्ती बिजली दी जा रही है. उन्होंने कहा कि मुफ्त नहीं, सस्ती बिजली देनी चाहिए.
दिल्ली में बिजली के जर्जर तार नहीं बदले गए, लेकिन बिहार में सभी जर्जर तार बदल दिए गए हैं. किसानों को अलग फीडर से किसानों को बिजली दी जा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार सौर ऊर्जा पर भी लगातार काम कर रही है.
उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपराध के मामले में बिहार 23वें स्थान पर है. नीतीश ने कहा कि गर्मी के मौसम में मुजफ्फरपुर और गया में बच्चों में फैलने वाली बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि बिहार के सभी जिलों में आईटीआई की पढ़ाई भी शुरू कर दी गई है. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि बिहार प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. राज्य की शिशु मृत्युदर में सुधार हुआ है. पहले एक सप्ताह में 39 मरीज ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचते थे और आज केंद्र में पहुंचनेवालों की संख्या 10 हजार है.
उन्होंने कहा कि सरकार हर तबके के लिए काम कर रही है. किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए पहल की जा रही है. सरकार ने तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने का काम शुरू किया है. मुख्यमंत्री ने कहा, ”हम जिस काम का वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं.” उन्होंने शिक्षा सहित तमाम क्षेत्रों में कराए गए कार्यों का भी विस्तार से जिक्र किया.