गाजियाबादः रविवार रात जेएनयू में हुए हिंसा में रोज एक नया मोड़ आ रहा अब हिन्दू रक्षा दल नाम के एक संगठन ने दावा किया है कि जेएनयू में उसी के कार्यकर्ताओं ने हिंसा करवाई है.
सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हुआ है जिसमें संगठन के अध्यक्ष पिंकी चौधरी जेएनयू में हुई हिंसा की जिम्मेदारी ले रहे हैं.
वायरल विडियो में जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने चेतावनी दी कि ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.
वायरल विडियो में हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा, ‘जो गतिविधियां हुईं हमें बर्दाश्त नहीं हैं। ये लोग हमारे देश में रहते हैं, हमारे देश का खाते हैं.
हमारे देश में ही शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. हमारे देश में ऐसी गतिविधियां हिंदू रक्षा दल बर्दाश्त नहीं करेगा. पिंकी चौधरी ने आगे कहा, ‘देश विरोधी गतिविधियां, अगर हमारे यहां कोई करेगा, तो उसे इसी तरह का जवाब दिया जाएगा जैसे हमने कल शाम को दिया.
और इसकी जिम्मेदारी हम लेते हैं. हमारे धर्म के खिलाफ, इतना गलत बोलना किस तरह का इन लोगों का व्यवहार है. कई वर्षों से जेएनयू कम्यूनिस्टों का अड्डा बना हुआ है और ऐसे अड्डे हम लोग बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं.
हम लोग अपने धर्म के लिए अपने प्राण न्योछावर करने को तैयार रहते हैं. बता दें कि रविवार रात को कुछ नकाबपोश लोगों ने स्टूडेंट्स और टीचर्स पर हमला कर दिया था. घायल स्टूडेंट्स को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया.
मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. ऐसे में हिंदू रक्षा दल नाम का हिंसा का दावा करते हुए विडियो सामने आया हैहालांकि अभी यह सिर्फ हिंदू रक्षा दल का दावा है, इस मामले में पुलिस को अभी कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं.
इससे पहले पिंकी चौधरी और उनके कार्यकर्ताओं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के कार्यालय पर पथराव के मामले में जेल जा चुके हैं. बतातें चले कि रविवार रात हुए हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत 34 लोग घायल हुए थे जिन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि अभी मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है जिसने कुछ अहम सुराग मिलने का दावा किया है.
अब तक किसी तरह की गिरफ्तारी न होने पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. विपक्ष और जेएनयू छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया.