कोलकाताः पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के चुनाव के दौरान सीएपीएफ यानी केंद्रीय सुरक्षा बल की कथित गोलीबारी के दौरान चार लोगों की मौत हो गई है.
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना कूचबिहार जिला स्थित सिताकुल्ची विधानसभान्तर्गत माथाभंगा ब्लॉत के जोरपट्टी इलाके में हुआ.
इससे पहले कूचबिहार जिले में ही एक मतदान केंद्र के बाहर अज्ञात लोगों ने शनिवार को पहली बार वोट डालने आए एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने यह जानकारी दी.
तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस हत्या के पीछे भाजपा है जबकि भाजपा ने दावा किया कि पीड़ित युवक मतदान केंद्र पर पोलिंग एजेंट था और उसने इसके लिए राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी को जिम्मेदार ठहराया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आनंद बर्मन नाम के युवक को सिताल्कुची के पठानतुली इलाके में बूथ नंबर 85 के बाहर घसीटकर लाया गया और गोली मार दी गई. घटना के वक्त मतदान चल रहा था.
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद तृणमूल और भाजपा समर्थकों में झड़प शुरू हो गई और मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके जाने के कारण कई लोग घायल हो गए. केंद्रीय बलों को स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा.
एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा, ‘हमें सूचना मिली कि कूचबिहार जिले में सिताल्कुची में एक मतदान केंद्र के बाहर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हमने पर्यवेक्षक से जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है और हालात के बारे में जानकारी ली है.’ इलाके में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को तैनात कर दिया गया है.
सिताल्कुची इलाके में ही कुछ दिनों पहले भाजपा के प्रदेश प्रमुख और सांसद दिलीप घोष पर हमला हुआ था. तृणमूल नेता और नाताबरी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार रबींद्रनाथ घोष ने आरोप लगाया कि इस हत्या के पीछे भाजपा कार्यकर्ता हैं