Ranchi: डी जी पी के आदेश का रांची जिला बल में धज्जियां उड़ाई जा रही है.सूत्रों के अनुसार राज्य के स्थानांतरित पुलिसकर्मियों को डीजीपी के आदेश अनुसार स्थानांतरित जिले के लिए वीरमित कर दिया गया है. लेकिन झारखंड प्रदेश पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री रमेश उरांव जिन का स्थानांतरण चतरा जिला में किया गया है, आज भी अपने पद का धाक जमा कर रांची में बने हुए हैं.
डी जी पी के आदेशानुसार इनका विरमित का आदेश 01/07/ 2020 से किया गया था लेकिन इसके बावजूद झारखंड प्रदेश पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री रमेश उरांव रांची में ही बने हुए है. वर्तमान में भी इनका वेतन रांची जिला से ही मिल रहा है. जबकि राज्य के सभी पुलिसकर्मी/ पुलिस मेंस के शाखा पदाधिकारी अपने अपने स्थानांतरित जिले में योगदान दे चुके हैं. रमेश उराव अपने स्थानांतरित जिले चतरा में अभी तक योगदान नहीं दिए हैं.
क्या था आदेश में,
पुलिस उप महानिरीक्षक कार्मिक में आदेश में स्पष्ट कहा गया था कि जिला में वैसे पदाधिकारी जिनका अन्यत्र स्थानांतरण किया गया है परंतु विरमित नहीं किया गया है उन्हें 24 घंटे के अंदर स्थानांतरित जिला में योगदान प्रतिवेदन किये जाने हेतु विरमित करते हुए उन्हें भौतिक रूप से योगदान प्रतिवेदन कराते हुए पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया जाए.
साथ ही यह भी कहा गया है कि आदेश की अवहेलना की जबाबदेही सबंधित पुलिस अधीक्षक की होगी.
महामंत्री की समयावधि समाप्त होने के बाद भी जमा रहे है पद की धाक,
उल्लेखनीय है कि 14 जुलाई 2016 को रमेश उरांव झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री बने थे और बीते 14 जुलाई 2019 को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है परंतु पद का धाक अभी भी ऐसा की जिसके सामने डीजीपी महोदय का आदेश भी बौना पड़ गया.
रांची जिला से ही पा रहे हैं वेतन,
आपको बता दें कि विरमित होने के तुरंत बाद वेतन का भुकतान जिस जिला में स्थानांतरित किया गया है वहां से किया जाता है परंतु सूत्रों के अनुसार महामंत्री उरांव को वेतन का भुगतान वर्तमान में रांची जिला से ही किया जा रहा है.
क्या कहते हैं रमेश उरांव,
BNN BHARAT ने जब रमेश उरांव से संपर्क किया तो उन्होंने स्थानांतरण और विरमित संबंधी बात की पुष्टि की और बताया कि हां मेरा ट्रांसफर चतरा जिला में हो गया है और 1 जुलाई 2020 को विरमित भी कर दिया गया है, लेकिन मैं अभी रांची जिला में ही हु और मेरा वेतन HO कर दिया गया है.
आगे उन्होंने कहा कि मैंने DG साहब को अवगत कराया है कि जब तक चुनाव नहीं होता तब तक मुझे रांची में रखा जाए.