Ravindra,
1887 में शरलॉक होम्सक नाम के बेहद लोकप्रिय काल्पूनिक जासूसी किरदार ने साहित्या की दुनिया में कदम रखा था. सर आर्थर कॉनन डॉयल ने ‘ए स्ट डी इन स्का रलेट’ में पहली बार शरलॉक होम्सि को पेश किया था. देखते ही देखते लोगों को यह यकीन होने लगा था कि शरलॉक होम्स कोई वास्तसविक व्यटक्ति है, यहां तक कि सर आर्थर के पास अनगिनत चिटि्ठयां आने लगी थीं जिनमें शरलॉक के ऑटोग्राफ मांगे जाते थे और उनसे मुलाकात करने की इच्छानएं दर्ज होती थीं. शरलॉक होम्सा का किरदार पाठकों के लिए बेहतरीन संदर्भ बन चुका था. इसके बाद चलन शुरू हुआ ऐसे ही जासूसी किरदारों का, जिनहोने अपनी खास पहचान बनाने के साथ-साथ अपनी कहानियों से पाठकों के दिलो-दिमाग में अपनी एक अलग जगह बनायी.
भारतीय पाठकवर्ग भी साहित्य की दुनिया में हुए इस बदलाव से अछूता नहीं रहा. धोती-कुर्ता धारण करने वाले ब्योीमकेश बक्शी् से लेकर गाजर चबाने वाले करमचंद और हैट पहने सैम डि’सिल्वाय तक को भारतीय दर्शकों तथा पाठकों ने खूब सराहा. इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि किसी जासूसी कहानी में भारतीय जासूस के रूप में पहला किरदार अंग्रेज़ लेखक एचआरएफ कीटिंग ने रचा था. यह किरदार था गणेश घोटे का जो बॉम्बेक पुलिस विभाग में पुलिस इंस्पेेक्टयर था. इंस्पेगक्टरर घोटे ‘द परफैक्टे मर्डर’ से हाथों-हाथ ख्यादति पा चुके थे. यह किरदार इतना प्रसिद्ध हुआ कि नसीरुद्दीन शाह और ज़िया मोहिदि्दन जैसे जाने-माने अभिनेताओं ने परदे पर उनकी भूमिकाएं निभायीं.
गणेश घोटे के अलावा, भारतीय दर्शकों/पाठकों ने सत्यनजित रे के काल्पदनिक जासूसी पात्र फेलूदा, सुनील गंगोपाध्याखय के काकाबाबू, शरदिन्दुभ बंदोपाध्याेय के ब्योेमकेश बक्शीा और पंकज प्रकाश-अनिल चौधरी के करमचंद जासूस को भी अपने दिलों में जगह दी है. हाल में इस श्रेणी में शामिल किए जाने वाले सबसे प्रसिद्ध किरदार का नाम है डिटेक्टिव बूमराह, जो कहानीकार सुधांशु राय द्वारा रचित एक चतुर और साहसी जासूसी किरदार है|
डिटेक्टिव बूमराह अपनी तेज-तर्रार और पैनी निगाह के अलावा हिम्मती और निडरता जैसी खूबियों के चलते बहुत ही कम समय में लोगों के पसंदीदा जासूसी किरदार बन गए हैं. नए दौर के श्रोताओं की फरमाइशों के मद्देनज़र, डिटेक्टिव बूमराह हर बार यह संदेश दे जाते हैं कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है.
इन जासूसी किरदारों की सफलता और लोकप्रियता के पीछे एक और बड़ा कारण है कि इनके रचनाकार किसी भी रहस्यस की गुत्थीफ सुलझाने की प्रक्रिया में इन जासूसों के साथ-साथ पाठकों को भी बराबरी का अवसर देते हैं. ये जासूस एकदम सहज तरीके से हर मामले को सुलझाते हैं.
ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि जासूसी कथाएं आज स्टोसरीटेलिंग यानी कहानी सुनाने के लिहाज से सबसे ज्याादा पसंद की जाती हैं. माध्यनम भले ही उपन्याटस हो, मूवी या फिर कोई वेब सीरीज़, एक अच्छाे जासूसी किरदार पाठकों/दर्शकों को हमेशा लुभाता है.
क्याा आप जानते हैं कि डिटेक्टिव बूमराह कैसे दिखायी देते हैं? इस लोकप्रिय किरदार का पहला लुक जल्द ही आपके सामने आने वाला है.