बिहार(पटना): प्रमोशन में आरक्षण पर सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा और लालू ने आरक्षण खत्म करने की बात करने वालों को नसीहत देते हुए कहा कि आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले जातियां खत्म करने की बात क्यों नहीं करते? लालू के इस विचार की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक व मोटिवेशनल स्पीकर चेतन भगत ने तारीफ की है.
चर्चित चारा घोटाले के कई मामलों में सजा काट रहे लालू प्रसाद के ट्विटर हैंडल से सोमवार को लिखा गया, ‘आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले लोग जातियां खत्म करने की बात क्यों नहीं करते? इसलिए कि जातियां उन्हें श्रेष्ठ बनाती हैं, ऊंचा स्थान देकर बेवजह उन्हें स्वयं पर अहंकार करने का अवसर देती है. हम कहते हैं कि पहले बीमारी खत्म करो, लेकिन वो कहते हैं कि नहीं, पहले इलाज खत्म करो.’
लालू के इस ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लेखक चेतन भगत ने लिखा, ‘जाति हटाओ. सरल और महान विचार.’ सजा काट रहे लालू इन दिनों अस्वस्थता के कारण रांची के एक अस्पताल में भर्ती हैं.
शीर्ष अदालत ने कहा है कि प्रमोशन में आरक्षण का दावा करना कोई मौलिक अधिकार नहीं है और राज्य नियुक्तियों में आरक्षण देने के लिए बाध्य नहीं हैं.
इस बीच, लालू प्रसाद के पुत्र और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आरक्षण को लेकर को चुनौती दी है.
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, ‘हम राजग सरकार को चुनौती देते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय के इस आदेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका तुरंत दायर करे या आरक्षण को मूल अधिकार बनाने के लिए मौजूदा संसद सत्र में संविधान में संशोधन करे. अगर ऐसा नहीं होगा तो सड़क से लेकर संसद तक संग्राम होगा.’