निरज कुमार,
रांची: इटकी निवासी मीना कुमारी (बदला हुआ नाम) की शादी तीन साल पहले रामगढ़ निवासी रवि गुप्ता के साथ हुई थी. शादी के कुछ दिनों तक दोनों का रिश्ता ठीक-ठाक रहा. उसके बाद पति पत्नी के रिश्ते में खटास आने लगी. बता दें कि यह मामला डालसा के मध्यस्थता केंद्र में समाधान के लिए भेजा गया था.
केंद्र में महिला ने मध्यस्थ इसाबेला के सामने अपने साथ ससुराल में हुए प्रताड़ना को उनके सामने रखा. मीना कुमारी ने बताया कि सास और ससुर द्वारा दहेज की मांग रखी जाती थी और नहीं दिए जाने पर बहुत टॉर्चर किया जाता था. महिला ने बताया कि पति रात में छुप-छुप कर बाथरूम में दूसरी लड़कियों से बातें किया करते थे. इस बारे में पति से पूछे पर वह प्रताड़ित किया करते थे.
महिला ने आरोप लगाया कि प्रताड़ना इस हद तक होती थी कि वह कई दिनों तक खाना तक नहीं खा पाती थी. महिला ने बताया कि उसे सोने के लिए कमरा तक नहीं दिया जाता था. कभी किचन तो कभी गेस्ट रूम में सोती थी. घर पर क्या चल रहा है, इससे पति को कोई भी लेना देना नहीं रहता था. छोटी-छोटी बातों पर उससे पांव छूकर माफी मंगवाया जाता था. इतना हीं नहीं पति से बात करने के लिए परमिशन लेनी पड़ती थी.
मध्यस्था केंद्र में पति ने भगवान की तस्वीार छू कर कहा कि सारी बातें झूठी है. मैंने ऐसा कुछ नहीं किया. मारपीट का आरोप बेबुनियाद है. खेल-खेल में पत्नी को चोट लग जाती थी.
बता दें कि दोनों की शादी 17 फरवरी 2017 को हुई थी. शादी के बाद महिला 1 साल 2 महीने ससुराल में रही. उसके बाद वह अपने मायके लौट आई. तब से वह अपने मायके में ही रह रही है.
मध्यस्था केंद्र में महिला ने अपने पति के साथ रहने से इंकार कर दिया और तलाक की मांग की है. साथ ही, अपनी शादी में खर्च हुई रकम और मायके के द्वारा दिए गए सामान को वापस करने की मांग की.