पटना: बिहार की राजनीति में एक बड़ा फेरबदल तब हुआ जब राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय ने आरजेडी छोड़ सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड जॉइन कर ली. जेडीयू जॉइन करने के साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि उनकी बेटी और लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं. दरअसल बीते दिसंबर में ये खबरें आम हुई थी कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बहू ऐश्वर्या राय को उनके ससुराल से निकाल दिया गया. बाद में शास्त्री नगर थाने में एक मामला भी दर्ज हुआ जिसने इस बात की पुष्टि कर दी कि लालू परिवार में सब ठीक नहीं चल रहा था. तब ऐश्वर्या राय बिहार की पूर्व सीएम व अपनी सास राबड़ी देवी और ननद मीसा भारती (Misa Bharti) पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. उसी वक्त से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि पारिवारिक न्याय पाने में विफल रहने वाली ऐश्वर्या राय राजनीतिक न्याय हासिल करने के लिए तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के सामने चुनौती बनेंगी. बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही एक बार फिर ये अटकलें तेज हो गई हैं कि लालू की बहू इस बार चुनाव मैदान में अपने ही परिवार के विरुद्ध मुकाबले में रहेंगी.
आरजेडी तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव को विधान परिषद में भेजे जाने पर विचार कर रही है. चर्चा में ये भी बात आ रही है कि दरअसल ऐश्वर्या ने मन बना लिया है कि तेजस्वी या तेज प्रताप में जो भी चुनाव मैदान में रहेगा उसके खिलाफ वो चुनावी मैदान में नजर आएंगी. ऐसे में परिवार की प्रतिष्ठा बचाने की रणनीति के तहत दोनों भाइयों के विधानमंडल में बैकडोर एंट्री (एमएलसी चुनाव के जरिये) की बात सामने आ रही है.
ऐसे में आरजेडी रणनीति बना रही है कि इन दोनों को ही बैकडोर से विधानमंडल में एंट्री करवा दी जाए और परिवार की फजीहत भी न हो. बता दें कि तेजप्रताप फिलहाल वैशाली जिला के महुआ सीट से विधायक हैं, लेकिन चर्चा है कि वह विधानसभा की सीट छोड़कर विधान परिषद जा सकते हैं. वहीं तेजस्वी यादव इसी जिले के राघोपुर से विधायक हैं. सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी भी विधान परिषद में ही जा सकते हैं. जाहिर है इस बात के सामने आने के साथ ही इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया कि ऐश्वर्या चुनाव मैदान में आएंगी.
गौरतलब है कि बीते दिसंबर में ये खबरें आम हुई थीं कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बहू ऐश्वर्या राय को उनके ससुराल से निकाल दिया गया. बाद में शास्त्री नगर थाने में एक मामला भी दर्ज हुआ जिसने इस बात की पुष्टि कर दी कि लालू परिवार में सब ठीक नहीं चल रहा था. तब ऐश्वर्या राय ने बिहार की पूर्व सीएम व अपनी सास राबड़ी देवी और ननद मीसा भारती पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था.
माना जा रहा है कि चंद्रिका राय लालू परिवार में अपनी बेटी के साथ हुए दुर्व्यवहार को नहीं भूले हैं. उसी वक्त से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि पारिवारिक न्याय पाने में विफल रहने वाली ऐश्वर्या राय राजनीतिक न्याय हासिल करने के लिए तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के सामने चुनौती बनेंगी.
बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही एक बार फिर ये अटकलें तेज हो गई हैं कि लालू की बहू इस बार चुनाव मैदान में अपने ही परिवार के विरुद्ध मुकाबले में रहेंगी. बता दें कि तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या राय के बीच अभी तलाक का मामला फिलहाल कोर्ट में लंबित है.