जयपुर: मंगलवार को कांग्रेस से बाहर किए गए राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होंगे. ऐसे में वे नयी क्षेत्रीय पार्टी का गठन करेंगे.
सचिन पायलट की कोशिश स्वतंत्र राजनीतिक करने की होगी, जिसमें वे अपनी पार्टी बनाकर भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन सकें. हालांकि इसके लिए उन्हें कांग्रेस के विधायकों को तोड़ना होगा.
सचिन पायलट के दो समर्थक मंत्रियों को भी कांग्रेस ने बाहर किया है. सचिन पायलट के समर्थन में 20 से 30 कांगे्रस विधायक बताए जाते है. वे मीणा व गुर्जर वोट बैंक को अपनी राजनीति का आधार बनाना चाहते हैं. पायलट खुद गुर्जर हैं, जबकि मीणा समुदाय पर उनका अच्छा प्रभाव है. उनके साथ बाहर किए गए एक मंत्री भी मीणा हैं.