प्रमोद उपाध्याय,
हजारीबाग: चुनावी रणभूमि में अपने पतियों को जीत दिलाने के लिए 5 प्रत्याशी के पत्नियां भी प्रचार पसीना बहा रही हैं. सदर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल के पत्नी निशा जसवाल वैसे तो पति के नामांकन के वक्त भी उनके साथ थी लेकिन सोमवार को प्रचार-प्रसार में मतदाताओं के बीच सड़कों पर उतरी दिखाई दी. वहीं बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के उम्मीदवार जानकी प्रसाद यादव की पत्नी चंदन देवी भी पति की जीत के लिए मतदाताओं को रिझाने में जुटी है. उनकी पृष्ठभूमि में राजनीतिक से जुड़ी रही हैं. वह जिला परिषद की उपाध्यक्ष भी है.
इधर बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र के झामुमो प्रत्याशी बटेश्वर मेहता की पत्नी उर्मिला देवी भी अपने पति के पक्ष में 4 दिन पहले जनसंपर्क अभियान में उतर चुकी हैं. सदर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के प्रत्याशी डॉक्टर आर.सी प्रसाद की पत्नी मंजू प्रसाद भी इसमें पीछे नहीं है. वह भी लोगों से अपने पति को वोट देने की अपील कर रही है वहीं बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के आजसू प्रत्याशी रोशन लाल चौधरी की पत्नी डॉ. रेखा चौधरी ने पिछले 1 सप्ताह से पति के पक्ष में चुनावी कमान संभाल रखी हैं. महिलाओं का कहना है कि इतिहास गवाह है कि पुरुष को आगे बढ़ाने में नारी शक्ति का बड़ा योगदान रहा है. इसलिए महिला को आधी आबादी का दर्जा दिया गया है.
घर की दहलीज के अंदर और बाहर नारियों की अहम भूमिका है. इसे पुरुष अच्छी तरह समझते हैं इसलिए अब बारी राजकाज की हो या जिंदगी के सफर में आगे पढ़ने की तो हम सफर का साथ कैसे छोड़ा जा सकता है.