हजारीबाग : चौपारण की एक महिला मीना देवी ने कांग्रेसी विधायक उमाशंकर अकेला यादव और उनके पुत्र रविशंकर अकेला के खिलाफ डीसी को आवेदन दिया है. इसमें कहा गया है कि उनके घर के आगे 20 जून की रात करीब आठ बजे ट्रेंच खोदकर गड्ढा कर दिया गया, जिससे उनके घर से आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया गया. महिला ने आवेदन में कहा है कि खाता नं.-18, प्लाट नं-21 और खाता नं.-19, प्लाट न. 41 यह जमीन उनके पूर्वजों की है. पीडब्ल्यूडी रोड से हमेशा से आना-जाना करते रहे हैं. शुक्रवार की रात जब जेसीबी से घर के आगे किए जा रहे गड्ढे का विरोध किया, तो जान से मारने की नीयत से उनके परिवार पर हमला किया गया. किसी तरह भागकर घर में सभी बंद हो गए. उनके परिवार पर जान का खतरा मंडरा है. आवेदन में डीसी से न्याय दिलाने और जान-माल की रक्षा की गुहार लगाई गई है. इस संबंध में सोशल मीडिया में वीडियो भी वायरल हो रहा है. यह वीडियो कितना सही है और कितना गलत, यह जांच का विषय है.
क्या कहते हैं उमाशंकर अकेला
बरही के उमाशंकर अकेला कहते हैं कि न तो उस महिला और न ही उस जमीन से उनका वास्ता है. जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें भी वह कहीं नहीं हैं. जमीन पर अंचल की ओर से कार्रवाई हो रही है. उनपर और उनके पुत्र पर बेबुनियाद और निराधार आरोप लगाया गया है. विधायक ने कहा कि जिसने वीडियो वायरल किया है, उसपर मानहानि का केस करेंगे. यह जमीन किसी कायस्थ परिवार का है, जो पटना में रहते हैं. डीसी को आवेदन देनेवाली महिला का परिवार गलत तरीके से उस जमीन पर घर बनाकर रह रही है. वहां जमीन और घर खाली कराने का आदेश हो चुका है. प्रशासन अपना कार्रवाई कर रहा है, इसमें वह और उनके पुत्र कहां शामिल हैं. वह प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, न घटनास्थल पर मौजूद हैं, तो किसी के आवेदन दे देने से उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है.