जमशेदपुर: जुगसलाई नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जेपी यादव के निर्देशानुसार नगर परिषद कार्यालय परिसर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में महिलाओं को सभी तरह के कचरे के संभावी पुनः उपयोग के बारे में जानकारी दी गई. गीले कचरे से बने खाद से किस प्रकार किचेन गार्डन तैयार किया जा सकता है, ये बताया गया.
जुगसलाई नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि जुगसलाई नगर परिषद् में जगह की कमी है, जिससे लोग गार्डेनिंग नहीं कर पाते है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को “वाल-गार्डेनिंग” की जानकारी दी गई.
नगर प्रबंधक राजेंद्र कुमार ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य होम कम्पोस्टिंग तथा गार्डेनिंग के बारे में लोगों को जागरूक करना है. साथ ही होम कम्पोस्टिंग से जुड़े मिथ्य एवं तथ्य के बारे में भी बताया गया. सबसे ज्यादा बात कम्पोस्टिंग के दौरान दुर्गन्ध और जगह को लेके गई.
स्वच्छता विशेषज्ञ सोनी कुमारी ने जानकारी दी की होम कम्पोस्टिंग यानी गीले कचरे से घर पर खाद तैयार करना – ये एक बेहद सरल और आसान है. एक बाल्टी या गमले में गीला कचरा डालना है. उसके ऊपर पेपर के छोटे छोटे टुकड़े अच्छे से डाल देना है. इस प्रोसेस को गमले या बाल्टी भरने तक दोहराना है और इससे 45 दिनों तक छायादार जगह में रख दे और बीच बीच में मिला दे . आपका खाद तैयार है. इस खाद का उपयोग वाल गार्डेनिंग में कर आसानी से घर पर सब्जियां एवं फूल उगाए जा सकते है. साथ ही इसके प्रयोग से स्वच्छता, सुंदरता एवम सेहत सब तंदुरुस्त रहेगा.
मौके पर जुगसलाई नगर परिषद् के नगर प्रबंधक राजेंद्र कुमार, नगर मिशन प्रबंधक गलेनिश मिंज, स्वच्छता विशेषज्ञ सोनी कुमारी तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मौजूद थीं .