खूंटी: जिले में बढ़ते क्राइम को लेकर बाल संरक्षण और नाबालिग क्राइम पर कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला में बताया गया कि बच्चों में बढते क्राइम पर समाज के हर किसी को गंभीरता के साथ काम करने की आवश्यकता है. अभिभावकों को भी समझना होगा कि बच्चों से मित्रवत व्यवहार बनाकर ही बच्चें के मन की बातें समझी जा सकती है. इससे बाल संरक्षण संबंधित काम होंगे और बच्चों द्वारा होने वाले हर तरह के क्राइम पर रोक लगेगी. यह बातें खुंटी प्रखंड के नए सभागार में बाल संरक्षण विभाग द्वारा आयोजित बैठक में उभरकर सामने आई.
समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतरगर्त बाल मुद्दों के हनन, बाल शोषण, बाल संरक्षण समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई. इस अवसर पर खास तौर पर कहा गया कि जिस तरह से हाल के दिनों में बच्चे को लेकर क्राइम की बातें सामने आ रही है. वह चिंता का विषय है. ग्राम स्तर पर ग्राम समिति बनी हुई है. उसमें बाल संरक्षणों के मुददों को त्वररित गति से निपटाते हुए तीन मामलों की सुनवाई भी की गयी है.
अभिभावक अपने बच्चों के साथ मित्रवत व्यरवहार अपनाएं ताकि गुप्त बातों को भी वे अपने माता-पिता के साथ बोल सकें. हालांकि इस बात को अभिभावक को भी समझना होगा कि बाल श्रम गलत है. इसे भी समझने की आवश्यरकता है कि दूसरे जगहों से लोग आकर बच्चों को दूसरे राज्यों में नौकरी दिलाने और देने की बात कहते हैं और बाहर ले जाकर संबंधित बच्चों का शोषण करते हैं. इस तरह की बातें सामने आती रहती है. इसे हर किसी को समझना होगा.