रांची: शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना हो रही है. नवरात्र के आठवें दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा अर्चना की. हालांकि नवमी और विजयदशमी को लेकर तारीख या तिथि को लेकर संशय है. इस बार दुर्गा अष्टमी महानवमी और दशहरा की तिथियों को लेकर लोगों में कंफ्यूजन है, क्योंकि इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन समाप्त हो जा रहा है. हिंदी पंचांग की तिथियां अंग्रेजी कैलेंडर की तारीखों की तरह 24 घंटे की तरह नहीं होती हैं. ऐसे में यह तिथि 24 घंटे से कम या ज्यादा हो सकती हैं.
शनिवार को ही महाष्टमी और महा नवमी दोनों तिथियां पड़ रही हैं. इसलिए आज ही हवन का शुभ दिन माना जा रहा है. दुर्गा अष्टमी 23 अक्टूबर शाम को प्रारंभ होकर 24 अक्टूबर सुबह तक था.इसलिए उदया तिथि के अनुसार हवन के लिए 24 अक्टूबर सुबह 06.58 बजे से शाम 05.42 बजे के बीच सर्वोत्तम मुहूर्त है. आज ही अष्टमी और नवमी दोनों का हवन किया जाएगा.
25 अक्टूबर को विजयादशमी
शारदीय नवरात्रि की दशमी तिथि का प्रारंभ 25 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 41 मिनट से हो रहा है, जो 26 अक्टूबर को सुबह 09 बजे तक है. ऐसे में विजयादशमी या दशहरा का पर्व 25 अक्टूबर दिन रविवार को मनाया जाएगा. मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन सोमवार को 26 अक्टूबर को होगा. उस दिन आपको सुबह 06ः29 बजे से सुबह 08ः43 बजे के मध्य दुर्गा विसर्जन कर देना चाहिए.